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ख़्वाब की ताबीर

ख़्वाब की ताबीर

लेखक:
हिंदी

यह किताब अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क की तरफ से संशोधित की गई है।.

(ते)

1. ताबूत और ताज़िया देखना

निहायत यमनो बरकत है हजो ज़ियाराते मुक़दिदसा से मुशर्रफ होने की दलील है।

2. ताबूत अपना देखना

दुश्मन क़वी पर कामयाबी उम्र दराज़ और कामयाबी खुशी हासिल हो।

3. ताबुत नया देखना

इज़्ज़तो मर्तबा मिले ज़ने बाकिरासे अल्द़हो।

4. ताबूत जलाना या ज़ाया होते देखना

इज़्ज़तो मर्तबा कम हो या औरतसे जुदआई का ग़म लाहिक हो।

5. तॉबा देखआ

मेहनत से काम सरअंजाम पाये सदमा व मुसीबत दरपेश आये।

6. तीर निशाने पर पहुँचाना

दुश्मन पर ग़ालिब आये तूले हयात हो।

7. तीर टुटे या निशाने पर न लगे

माल तलफ हो ग़मो गुस्सा दरपेश हो।

8. तनूर देखना

औऱत मालदार अक्द मे आये अगर औरत देखे शौहर तवंगर हो।

9. तयम्मुम करना

ग़मो कुल्फत दूर हो दोस्त से आरामो ख़ुशी मिले

10. तावीज़ नया पाना

बीमारी से सेहतो तन्दरूस्ती हो तकलीफ दूर हो।

11. तीतर देखना

लहब लाब में मसरूफ हो हीला ओ मकर व फरेब में मशगूल हो।

12. तेंदुआ देखना

हाकिम वादगर हो ख़ुँख़ार पर फतह पाये।

13. तरबूज़ देखना या खाना

नेअमतो माल हासिल हो इज़्ज़तो तौकीर में इज़ाफा हो।

14. तरंज ताज़ा देखना

कसरत से देखे तो दौलत हो दो चार देखे फरज़न्द पैदा हो।

15. तूत खाना या देखना

शीरीं देखे तो नफा मिले तुर्श देखे तो मुसीबत उठाये।

16. तिल देखना

माल से नफ़ा अयाल से आराम. रोजी का दरवाज़ा खुले।

17. तुख़्म ताल मखाना देखना

कुव्वत ज़यादा हो नेक फ़रज़न्द हो।

18. ताज मुकम्मल औरत देके

बेशौहर हो तो मालदार शौहर मिले शौहरदार हो तो शौहर दौलतमन्द हो जाये।

19. ताज सर पर देखना

साहिबे इल्मों फ़ज़्ल और दौलतमन्द हो हाकिमे वक़्त बने।

20. तमबूर बजाते या बजते देखना

मज़ीद कुव्वत ऐशो इशरत हो।

21. तार खींचना या देखना

रिश्ताए रोज़ी वे आये ख़ैरो बरकत है

22. तौबड़ा बना देखना

अगर कब्जे मे आये ख़ैरो बरकत है अगर ज़ाया हो तो नहुसत की दलील है।

23. तराजू मे अपने आमाल तुलते देखना

अगर नेक आमाल ज़्यादा हों तो कामयाबी है गर आमाले बद ज़्यादा होंतो जहन्नम की निशानी है

24. तराज़ू के पल्ले ऊपर नीचे देखना

काज़ी व मुफ्ती कयामत बरपा करें रिआया पर ज़ुल्मो बिदअत बकसत करें।

25. तराज़ू के पल्ले बराबर देखना

शहरी हुक्काम अद्ल से काम करें।

26. तराज़ू देखना

काज़ीये शहर या आलिम बने रियासत मे सरदारी पाये।

27. तस्वीर देखना

मालो मंफ़अत पाये मर्तबा बुलन्दहो।

28. तलवार टूटना या गिर जाना

नौकरी से बरख़्वास्त हो औरत को तलाक दे या मर्ग फ़रज़न्द का सदमा हो।

29. तलवार पाना

हाकिम बने या फ़ौज का अफ़सर हो औरतहसीन और फ़रज़न्द खुश सीरत हो।

30. तलवार हमाएल देखना

औरत हसीन मिले सरदारी पाये।

31. तौप देखना

दुशिमन पर ग़ल्बा पाने से नाम हो या अच्छी ख़बर खुशी हो।

32. तकिया रूई या दोखना

मर्तबा बुलन्द और दौलतमन्द हो।

33. तकिया अबाबिल के पर का देखना

सर बुलन्द और हक़ पसन्द हो।दुश्मन का दर्दमन्द हो।

34. तख्त पर सोते देखना

सरवतो हुकूमत हासिल हो अदलो इंसाफ से ग़फिल हो

35. तख़्ते मुरस्सा देखना

मालदार और जमील और मिले हुकूमत का लुत्फ उठाये।

36. तख़् रवॉ पर बौठकर आसमान जाना

जामे हयात भर जाये जल्द पैग़ामें अजल आये या मर्तबा बुलन्द हो।

37. तख़्त पर बैठना

रईस कौम बने दौलतो जाह ख़तिरख्वाह हो।

38. तौरात पढ़ना

साहिबे हश्मत से कुव्वत पाये ख़ैरो बरकत ज़्यादा हो।

39. तकबीर कहते देखना।

दुश्मन से बेख़ौफ होने का दरवाज़ा खुले कशाएशे रिज़्क में बरकतहो।

40. तस्बीहो तहलीस मं अपने को देखना

नेअमतो मालो मर्तबा पाये ग़म से निजात हो आबिद बने।

41. तुख़्म अपनी ज़मीन पर बोना

नहुसतो फ़लाकत है (अमले नेक की ज़रूरत है)

42. तेल या तम्बाकू को देखना

नहुसतो फ़रज़न्द पैदा हो माल में खैरो बरकत ज़ाहिर हो।

43. ताज़य़ाना

अगर कोई शख़्स ख़्वाब में ताज़याना देखे या किसी के बदन पर पड़ता देखे तो नौकर के फरार होने की दलील है।

44. तालाब

ख़्वाब मे देखना और उसमे नहाना अहलो अयाल की मुसीबत का बाएस है

45. तॉबा पाना

मालो मनाल हासिल होने के मुतरादीफ़ है।

46. तारीकी देखना

रंजो ग़म मे मुब्तिला होने की दलील है

47. ताड़ी पाना

माले हराम हासिल होने निकाह करने और दुनिया की नेअमतों से मुस्तफीज़ होने का सबब है।

48. तबर (कुल्हाड़ी) देखना

या चलते चलते चलाते देखना अज़ीज़ो अकांरिब से से जुदा होने का सबब है।

49. ताड़ का दरख़्त देखना

अगर कोई शख़्स ख़वाब में ताड़ का दरख्त देखे तो ग़मो तरददुद मे पड़नेका बाएस है।

50. तस्वीर पाना

और पाने की अलामत है।

51. तुर्श

तुर्श चीज़या मेवा खुद. खाते देखे तो लमें कमी कारोबार में नुक्सान होने का सबब है

51. तोड़ना

ख़्वाब में किसी चीज़ का तोड़ना ग़मों अलम मे गिरने और फुल तोड़ना औलाद हासिल करने के मुतरादिफ़ है।

52. तिल्ली देखना

इन्सान या जानवर की तिल्ली देखना माल से ताबीर है।56

53. तवा देखना

घर के ख़ादिम या मुतंज़िमसेताबीर है।

54. तक्ला देखना

ल़ड़की से ताबीर है।

55. तोशक

तोशक फ़राख बिछी हुई देखना फराखिये रिज़्क से ताबीर है

56. तोलना

ख़वाब में सही तोलना नेकी रास्ती हुकूमत और इंसाफ से ताबीर है

57. थूक

ख़वाब में गर्म थूकना तिवालतेउर्म की दलील है।

58. तैरना

ख़वाब मेंपानी में तैरना माल व दुनिया से मुतरादिफ है।

(टे)

1. टिड्डी देखना

कौम का सरदार हो या ओहदा बुसन्द हो।

2. टाट का फर्श देखना

दौलत मन्द और आसुदा हाल हो

3. टोपी अपने सर पर देखना

दौलत बेअन्दाज़ा पाये

4. टाट का लिबादा ओढ़ना

परहेज़गार औरत से नफा मिले राहत उठाये।

5. टोपी अपने सर पर किसी को रखते देखना

मर्तबा बुलन्द हो मरदम पसनद हो दौलत से खुश हो

6. टहलता देखना

हसीन दुल्हन पाये खुद्दाम से राहत मिले उममीद आये।

7. टकसाल में सर्राफी देखना

सख़्तगीरों को नर्मी के साथ ज़ेरदस्त करे कुव्वते बाजू दौलत पाये।

8. टांगा

ख़्वाब मे अगर कोई शख़्स अपने आपको सवार देखेतो मेहनत और मशक़्क़त से रिज़्क हासिल होन् का सबब है।

9. टट्ट

ख़वाब में अगर कोई शख़स दोखे या अपने सवार देखे तो मेहनत और मशक्क़त सेर्ज़क हासिल होने का सबब है।

10. टख़्ना

ख़्वाब में टख़ने को मुख़्तलिफ ताबीर है अगर टखने खेलता देखे तो झगड़ा और लड़ाई पैदा होने का सबब है।

11. टिड्डी दल

टिडडी दल देखना लशकर या फौजसे ताबीर है।

12. ट्राम

अगर ख़्वाब में खुद सवार हो तो इज़्जतो तौकीर बढ़े और मर्तबा बुलन्द हो।

13. टिकट

ख़्वाब मे रेल का टिकट खरीदना रेलवे सफर की निशानी जहाज का टिकट खरीदना जहाज़ के सफर की।

14. टमटम

अगर ख़्वाब में टमटम पर सवार

15. टूटना

अगर ख़्वाब में किसी चीज़ को तोड़ते देखे तोमालो जान के नुकिसान काबाएस है।

16. ठप्पा

अगर ख़वाब में किसी किस्म का ठप्पा या मोहर अपने पास देखे तो सवाब का बाएस है

17. ठोड़ी

ठोड़ी देखना अक़्लमन्दी और सरदारी से तबीर है

18. टहनी

टहनियो का देखना भाईयों बेटो और अज़ीजों से ताबीर है।

19. ठेला

ख़्वाब में ठेला देखे तो नौकर से राहत मिले और शादी होने का सबब है।

(से.)

1. सरवतमन्द होना

औरत हसीन मिले सरदारी या मालो दौलत मिले।

2. सुरय्या देखना

मर्तबा बुलन्द पाये फारिगुलबाल और खुश हो।

3. सौर बुर्ज देखना

काम बुलन्दी पकड़े अहलो अयाल से राहत मिले।

4. सरीद (रोटी शोरबा मिला.

वुस्अते रिज़्क़ और राहत हो फिक्रो तंगी से राहत पाये।

5. समर

ख़्वाब में मीठे और खुश ज़ायक़ा समर देखना औलाद से ताबीर है।

(जीम)

1. जरजीस को देखना

हाकिम की ज़ौजा से तकलीफ उठाये आखिर को ख़ात्मा बिल ख़ैर हो हाजत बर आये।

2. जिब्राईल को देखना

मज़ीद इल्मो अक़्ल और तौक़ीर हो बुज़ुर्ग मर्तबा या हाकिम के यहॉ ओहदा पाये।

3. जिमाअ बादशाह से करना

मुशीर और मरहम हाकिम हो सब तकलीफ और बरबादियॉ दूर हों।

4. जिमाअ बदकार औरत से करना

दानाई और परहेज़गारी बढ़े और माले दुनिया हाथ लगे।

5. जिमाअ मुर्ग या चौपाये से करना

जिससे मामला दरपेश है फतह पाये या हसीन और कमसिन औरत अक़्द में आये।

6. जिमाअ ख़च्चर से करना

सख़्ती से निजात पाये दुश्मन पर फतहमन्द हो।

7. जिमाअ शौहरदार औरत से करना

इज़्ज़त बरबाद हो उम्र कम हो ग़म में मुब्तिला हो और फक़त गल मिले तो उम्र बढ़े खुशी पाये।

8. जिमाअ करते देखना

रियासत दौलत पाये दौलते दुनिया से मालामाल हो।

9. जिमाअ यहूदिया से करना

राहत मिले दिल की मुराद पाये दुनिया की नेअमतों से लज़्ज़त पाये।

10. जिमाअ ज़ौजा से करना

सुर्ख़ रूई और इज़्जत पाये ख़ैरो बरकत और दौलत मिले।

11. जिमाअ मर्द से करना

फाएल को नफा मफऊल का नुक़्सान हो और इज़्ज़त मिले।

12. जिम्अ बाकिरा से कराना

पारसा औरत से शादी हो मक़सद बर आये।

13. जुदई बुर्ज को देखना

बादशाह औरत का आक़िल हो हर तरह राहतो आराम मिले।

14. ज़ौज़ा बुर्ज को देखना

हाकिमे वक़्त का ख़ज़ांची हो या मदफून खज़ाना पाये माले दुनिया से गनी हो।

15. झंडा सुर्ख कपड़े का देखना

हमसरों से मोहतरम हो दौलत बढ़े खुशहाल हो।

16. झंडा सफैद देखना

हाकिम जवॉमर्द या आलिम बातौकिर होऔरत दौलतमन्द मुशीर हो।

17. झंडा सब्ज़ देखना

सख़्त सफऱ का सामना हो मग़र सलामत लौटे फ़ायदा थोड़ो।

18. झंडा नीला देखना

तरक़्कीऐ रिज़्को दौलत व दराज़िये उम्र हो अहले सरवत बने।

19. झंडा सियाह देखना

गैर कौम का सरदार हो जंगली वहशतों से परेशान हो।

20. झंडा आसमानी देखना

साहिबे रिफ़अतो जाह हो बुजुर्ग मतर्बा रास्तग्ह हो।

21. जहाज़ को एक गिरोह के साथ देखना

रईसो बुजुर्ग मिल्लत हो।तुले राहत सेहते नफ़्सो हयात हो।

22. जहाज़ पर सवार होना

ग़म से निजात पाये महनत निडर हो जाये

23. जहाज़ बनाना और सुनना

खुशख़बरी सुननो मे आये मालबेजा मसरफ मे आये।

24 झला देखना या खुद़ झुलना

हवाओ हवस मे उम्र गुज़रे इशरत रोज़ बरोज़ बहतर हो

25. जादूगर को देखना

मोरिदे अन्दोह हो जाल साज़ी में पड़े फित्ना और शौबदाबाजी में फँसे।

26 जाव मे दरिन्दा देखना

कारोबार बन्द होकर फिक्रो हीले मेपरेशान हो।

27. जुर्राब पॉव से निकासना

तकलीफो मुसीबत दुर हो ग़मो गुस्से से निजात मिले।

28. जराब जानवर देखना

हजो ज़ियारते मुकद्दिसा की बशारत है ख़ैरो बरकत पाये।

29. जुल्लाब पीना या देखना

माले हलाल हाथ लगे सेहतो राहते नफ्स नसीब हो।

30. जर्राह देकना

तरक्कीऐ माल हो नफ़ा पाये तव्ल्सुद फ़रज़न्द से खुशी हो।

31. झंडा जर्द देखना

बीमारी व तकलीफ की निशानी है परेशानी व सरदानी है।

32. जवारिशे माजून खाना

ख़ैरोबरकत हाथ लगे सेहत व तन्दरूस्तीपायै।

33. जवॉ मर्द को देखना

दौलत से बेनियाज़ हो कर मक्कारो हीला साज़ हो।

34. जनान औरत को देखना

दौलत से घर भर जाये मसर्तो खूबीऐ दुनिया हासिल हो।

35. जिन्नात को देखना

फित्नओ फ़साद की निशानी है बाएसे तकलीफ़ो परेशानी है।

36. जुब्बा (लिबादा) बदन परपाकीज़ा देखना

अक्लमन्दो खुबसूरत औरत मिले दौलत खुशी व कुव्वत मिले।

37 जुब्बा बोसीदा और मैला देखना

बदमिज़ाजो बदशक्ल रतसे वास्ता पड़े हदसे ज़्यादातकलीफ उठाये।

38 झाडूपने घर मे देना यादेखना

माल तलफो बराबद हो परेशानी मे इज़ाफा हो।

39. झडू हर जगह देखना या देना

हाकिम रईयतपरवर और राहत रस़ाँहो मालो दौलत हाथ लगे

40. जिगर भेड़ वग़ैरा का देखना

फरज़न्दपैदा हो मदफून ख़खज़ाना या मालो दौलत हाथ लगे।

41. जुनुब में अपने आपको देखना

किसी जानिब सफर करे अहलो अयाल से जुदाई हो।

42. झड़ी का पानी देखना

मर्द देखे तो मालो मताअ पाये कमसिन औरत अक्द मे आये औरत देखे तो किसी मालदार से अक्द हो।

43. जुँ या जोक देखना

निहायत नहुसत पलाकत और हिकरत की दलील है।

44. जोंक को मार डालना

दुश्मन पर फ़तह व नुसरतपाये मुफलिसी दुर हो।

45. जान बदन से निकलते देखना

. फ़रज़न्द या अयाल का ग़म हो या माल ज़ाया हो।

46. जुग्नू चमकते देखना

नैक सीरत ज़ौजा या खुशरू महबुब मिले कद्रे जवाहर या माल हाथ लगे।

47. जलेबी देखना या खाना

कोशिशे बलीग़ से मालो नेअमत पाये बहतरी व फरहत पाये।

(च)

1. चाँदी खोटी पाना

बदखस्लत औरत से रंजीदा हो या थोड़े से माल ज़ाया होने का अनदेशा हो।

2. चॉदी का बरतन या ज़ेवर देखना

औरत से माल पाये तकलिफ य़ा मुफलिसी दुर हो।

3. चॉदी पाना या देखना

दौलत से धर भरे शहर में फिज़ूल खर्च मशहुर हो।

4. च़ॉदी को कान या मिटटी से निकालना

किसी औरत को धोखे से काम ला ये फसकी बदोलत हर तरह का अराम पाये।

5. चाँदी पिंखालते देखना

अन्देशानाक और मज्तरिब हाल हो दुश्मन केएनाद से कीलो काल मे मुब्तिला हो।

6. चॉदी ज़मीन पर देखना

हाकिम याबादशाह से फ़यदा मिले शहर के बाशिन्दों से खुरसनद हो।

7. चॉदी गहन देखना

तंगदसती व इफ्लास मों मुब्तिला हो हमल साकित हो या दर्दो ग़म मे मुबतिला हो। ;

8. चॉदी को गोया हात मे सज्दा करते देखना

बादशाही सरदारी मिले या औरत हसीन मिले फरज़न्द तवल्लुदो हो खुशी नसीब हो।

9. चावल देखना याखाना

अर्क़रज़ी से नफा उठाये या काफिर से दौलत हाथ आये।

10. चतर शाही दखना

मर्तबा बुलन्द हो।

11. चर्ख पकड़ना या देखना

अगर वहशी देखे लड़का मजनून हो अगर घरेलू देखे तो फ़रज़द सईद मालदार हो।

12. चीता राम करना देखना

बादशाह या हाकिम से कोई नफा हो या रईसे शहर इनाम दे।

13. चीता हमला आवर देखना

सख़्त दुश्मन ग़ालिब आ जाये

चंडाल पकड़ना या देखना

अगर मादा देखे तो लौन्डी या दुख़्तर नेक अन्जाम पाये अगर नर देखे तो फरज़न्द नरीना हाथ आये।

16. चिँटियोँ का घर से निकलना।

दौलतो इक़्बाल को ज़बाल आये।

17. चील का हाथ से उड़ना

दौसत इक़्बाल को ज़वाल आये

18. चील को ताबेदार देखना

मुकर्रब सरदारे आली जाह हो औरतसे ख़ातिर ख़्वाहफ़ायदा हो।

19. चील को देखना

बीमारी को तूल हो ग़म में मुब्तिला हो।

20 चिमगादड़ देखना

दुश्मन से अज़ियत पहुँचे।

21. चर्ख पकड़ना या देकड़ना या देखना

औऱत बद ज़बान के साथ गुफ्तारहो।

22. चूहे का बच्चा देखना

औरत बदज़बान के साथ गुफ्तार हो शरो फ़साद से ज़िनदगी दुशवार हो।

23. चूहा पकड़ते देखना

ज़ने फ़ाहेशा घर में आये उसके सबब ख़्वाह मख़्वाह नुक्सान उठायो

24. चुहा कुछ काटते या खाते देखना।

माल का नुक्सान और दोस्त बदख़्वाह बीमारी से परेशान।और उम्र कोताह हो।

25. चूहों का ग़ोल देखना

तूले हयात और तरक़्क़ीये दरजात हो।

26. चकोर को मरते या उड़ते देखना

ज़ौजा को तलाक दे या अहलिया मर जाये औरत की जानिब क़ैद का सदमा उठाये।

27. चकोर को पकड़ते देखना

औरत हसिन मिले मक़सदे दिली और माल मिले।

28. चूल्हा देखना

बदज़बान औरत का सामना हो झगड़ा फ़साद मे मुबितला हो।

29. चूल्हा भड़कता देखना

महबूब खुशजमाल पाये दौलतों इक़्बाल हाथ आये।

30. चूल्हा गरम ठंड़ा देखना

दौलत का ज़वाल हो रंजो मुसीबत ज़्यादा हो या ज़नौ शौहर में मिलापहो।

31. चिंगारियं बरसते देखना

फित्ना व फसाद और खूँरेज़ी की अलामत है बलाका सामना औऱ ख़ौफो एताबे इलाही है।

32. चिराग़ रौशन देखना

उम्र बढ़े औलाद से नाम रौशन अगर झिलमिलाहट देखे तो उम्र का जाम लबरेज़ हो

33. चिराग दान देखना

औरत बदसूरत हाथ आये नहुसतो तकलीफ मुब्तिला हो।

34. चूल्हा टूट जाते देखना

औरत देखे शौहर मर जाये मर्द देखे तो मर्ग ज़ौजा का रंज उठाये

35. चश्मे तीरीक देखना

कीरोबार में खलल आये फ़रज़न्दो ज़न की बीमारी का ग़म दरपेश है।

36. चूल्हा किसी से पाना या लेना

पाकीज़ा औऱत गर मे आये राहतो अराम जान पाये

37 चश्मे मायूब देखना

फ़रज़द की बदकारी नाफ़रमानी रंजो ग़म में मुब्तिला करे या बद् अतवार औरत से तकलीफ उठाये।

38. चश्मा पानी का जारी देखना

तरक़्क़ीये मदारिजो नेअमाचत हो मज़ीद माल औरसेहतो तन्दरूस्ती पाये।

39. चश्मा महल या घर में ज़ाहिर देखना

यमनो बरकतऔर दौलत की निशानी है बाअस माल व दफ्ए परेशानी है।

40. चाय का पानी उबलते जेखना

इल्म से बहरावर हो दौलत बे अनदाज़ा पाये आबे रहमत से तमाम कुल्फ़तो तकलीफ दुर हो जाये।

41. चाय देखना

बीमार को शिफा हो दोस्त राहत रसॉ हो दिली आरजू बरआये अयाल की राहत पाये

42. चोबा देखना

औरत हसीनो मालदार मिले हर दिल अज़ीज़ हो दौलत मिले

43. चक्की चलते देखना

सफर दराज़ हमश्मों मे इम्तियाज़ हो मंफ़अत पाये रोज़ी से बेनियाज़ हो

44. चक्की बेदाना चलते देखना

लाफ़ज़नी उसका शआर हो बेहूदा गोई से सरोकार हो।

45. चना खाना य़ा अंबार देखना

मालो अस्बाब हाथआये रोज़ी सख्ती से पाये।

46. छालो दरख्त के पत्ते खाना

इफ़्लास दामनगीर हो बेकार हर तदबीर हो।

47. चुकन्दर खाना

रोज़ी मे बरकत तरक्की न दौलत जिस काम मे शगूल हो नेक उसका नाम हो।

48 चलीपा कब्ज़े में लाकर तोड़ना

अहले इस्लाम की भलाई है कौमे ईसा के लिये भलाई है

49. चुकन्दर देखना

औरत से फायदा पहुँचे दिल को राहत मिले।

50. खलीफा की हुर्मत और तअज़ीम करना

ज़ौफे इस्लाम कुववते नसारा हो सारा इसाई दुर हो

51. छत बुलन्द देखना

आज़माईशे दुनिया में मशगूल हो दौलत हशमत हासिल हो।

52. छत बुलन्द देखना

मर्तबा हम चशमों में बुलन्द हो हाकिम या बादशाह से मुस्तफीद हो।

53. छत से सॉप या बिच्छूगिरते देखना।

रंजो मुसीबत में मुब्तिला हो सख्ती और ग़म का सामना हो।

54. चौखट चुमना या सर पर रखना

इश्क से महबूब की सरगरदानी हो चन्द से वस्ल ले दिल शाद हो रफ़ए परेशानी हो

55. चौखट पुरानी दुर करना नई बनाना।

बीवी को तलाक दे दुसरी औरत से अक्द करे

56. चादर देखना

औरत अफ़ीफ़ से अक़्द करे नेक कामों मे मसरूफ़ रहे।

57. चलता देखना या पहनना

माले ग़नीमत मिले लूट औऱत चोरी से बचे दुशमन मग़लूब हो रंजो बला से मामुन बो।

58. चार आईना दोखना

बादशाह को कुव्वत और दुशमन को हज़ीयत हो।

59. चरवाहा देखना

बादशाह या हाकिम हो और रईसें क़ौम व मुअल्लिम हो।

60. छीकते देखना

बगैर जुस्तजू मतलब बर आय़े जिस काम मे शक हो पूरा हो।

61. छल्नी देखना

औरत बेकारो फूज़ूलहाथ आये लेकिन मर्द सालेह से मंफअत पाये।

62. छल्नी नई खरीदना

औरत सालह से अक्द करे या लौंडी खुश सीरत मोल ले।

63. चूना देखना

ख़बर बदसुखन नाखुश सुनने में आये तामिरो इमारत और सख़्ती हर काम में पाये

64. चूना से बदन के बाल दुर करना

क़र्ज़ की अदाई अन्दोह से रिहाई माल बहुत सापाये इक़बाल की रसीई हो

65 चटाई को देखना

कोई औरत निकाह मे लाये।नफा हो और मालामाल हो।

66. छिपकली को पकड़ना या मार डालना

किसी लरदार को क़ाबू मे लायेया मर्द मुफीद खुदखुद राम हो जाये

67. चोर को पकड कर बाहर ले जाना

फ़ज़ले खुदा से माल दार हो दुश्मन ज़लील ख़वार हो।

68. चाकू देखना वालदेन से ताबीर है

दुश्मन से ताबीर है

69. चबूतरा देखना

वालिदेन से तबीर है।

70. चटनी देखना

चटनी अगर खुश ज़ायका और शींरीं खाते देखे तो ख़ैरो बरकत का बाएस है।

71. चिटठी (ख़त)

ख़त पाना या मिलना किसी खुशखबरी के मिलने का बएस है।

72. चोरी

ख़वाब में किसी का माल चुराना या किसी घर में चोरी करना गिरफ्तारी से ताबीर है।

73. चोगा

ख़्वाब में चोगा औरत से मुशाबे है अगर खूबसूरत और पाकीज़ा चोगा मिले या पहने देखे तो पाक और नेक सीरत औरतमिलने की दलील है।

74. चौंच

ख़्वाब में चौंच देखना औरत से ताबीर है लेहाज़ा ख़्वाब में चौंच देखना औरत से शादी करने के मुतरादिफ़ है।

75. छाल

ख़्वाब मेंकिसी दरख़्त की छाल देखना गुमशुदा चीज़ मिलने से ताबीर है।

76. छॉव

ख़्वाब में छॉव ख़्वाब मे छॉव के नीचे बैठना बुजुर्गी हेबत. मुनाफा और मौत का सबब है।

77. छतरी

ख़्वाब मे छतरी देखना इज़्ज़त हुकूमत मर्तबा रिफ़अत और बुजुर्गी पाने के मुतरादिफ है।

78. छींक आना

क़ौमी दुश्मन के मुतरादिफ है

79. छुरी देखना

फ़रज़न्द से ताबीर है

80. चीता देखना

क़ौमी दुश्मन के मुतरादिफ है

81 चर्बी देखना या खाना

नेअमत तरक़्कीये रिज़्क ज़्यादतीऐ माल और कामयाबी की अलामत है।

82. चिड़िया देखना

क़द्रो मनज़िलत बढ़ने का सबब है अगर किसी चिड़िया को पकड़ते देखे तो किसी औरतपर कामयाब बोनेकी दलील है।

83. चश्म देखना

साहिबे नज़र मर्द से ताबीर है।

84. चश्मा देखना

तरक़्कीऐ रिज़्क और सरदारी से ताबीर है।

85. चमचा देखना

खूँख्वार मर्द और उसकी डंडी तवालते ताबीर है।

86. चमड़ा देखना

तमाम चोपायों का चमड़ देखना माल के मतरादिफहै और ऊँट का चमड़ा देखना विरासतेमाल. बकरी का चमड़ा तहक़्कीऐ रिज़क है।

87. चना देखना

तरो खुश्क देखना रंजोंग़म के मुतरादिफ है।

88. चंबेली देखना

गुलदस्ता देखे तो उस शख़्स से मफ़ारकत होने का अन्देशा है जिसके पास गुल दस्ता है।

89. चौपाये देखना

जो अपना ताबे चौपाया देखे तो उसे किसी जंगल से फ़ायदा पहुँचने की तवक़को है।

90. चूतड़ देखना

अपनों मे से किसी से फायदा होने की दलील है।

91. चीनी

ख़्वाब में कोई चीनी का बरतन देखना ख़ादिमा औरत से ताबीर है अगर ख़वाब में अपने पास चीनी का बरतन पाये तो ख़ादिमा औरत को घर लाये।