तौज़ीहुल मसाइल
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लेखक: आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली हुसैनी सीस्तानी साहब
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लेखक: आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली हुसैनी सीस्तानी साहब
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- तौज़ीहुलमसाइल
- मुकद्देमा
- अहकामे तक़लीद
- अह्कामे तहारत
- 1. कुर पानीः-
- 2. क़लील पानीः-
- 3. जारी पानीः-
- 4. बारिश का पानीः-
- 5. कुयें का पानीः-
- पानी के अह्कामः-
- बैतुल ख़ला के अहकामः-
- 64. चार जगहों पर रफ़्ए हाजत हराम हैः-
- इसतिबरा
- रफ़्ए हाजत के मुस्तहब्बात और मकरूहात
- नजासात
- 1, 2 पेशाब और पाख़ानाः-
- 3. मनी (वीर्य)
- 4. मुर्दार
- 5. ख़ून
- 6, 7- कुत्ता और सुवर
- 8. काफ़िर
- 9. शराब
- 10. नजासत खाने वाले हैवान का पसीना
- नजासत साबित होने के तरीक़े
- पाक चीज़ नजिस कैसे होती हैः-
- अहकामे नजासात
- मुतह्हिरात
- 1-पानी
- 2. ज़मीन
- 3. सूरज
- 4. इसतिहाला
- 5. इंक़िलाब
- 6- इंतिक़ाल
- 7- इसलाम
- 8- तबईय्यत
- 9- ऐने नजासत का दूर होना
- 10- नजासत खाने वाले हैवान का इसतिबरा
- 11- मुसलमान का ग़ायब हो जाना
- 12 –मअमूल के मुताबिक़ (ज़बीहा के) ख़ून का बह जाना
- बर्तनों के अहकाम
- इबादात
- वुज़ू
- इरतिमासी वुज़ू
- दुआयें जिनका वुज़ू करते वक़्त पढ़ना ज़रूरी है
- वुज़ू सहीह होने की शरायत
- वुज़ू के अहकाम
- वह चीज़ें जिनके लिये वुज़ू करना चाहिये
- मुब्तिलाते वुज़ू
- जबीरा के अहकाम
- वाजिब ग़ुस्ल
- जनाबत के अहकाम
- वह चीज़ें जो मुज्निब पर हराम हैं
- वह चीज़ें जो मुज्निब के लिये मकरूह हैं
- ग़ुस्ले जनाबत
- तरतीबी ग़ुस्ल
- इरतिमासी ग़ुस्ल
- ग़ुस्ल के अहकाम
- इस्तिहाज़ा
- इस्तिहाजा के अहकाम
- हैज़ (माहवारी)
- हाइज़ के अहकाम
- हाइज़ की क़िस्में
- 1. वक़्त और अदद की आदत रखने वाली औरत
- 2. वक़्त की आदत रखने वाली औरत
- 3. अदद की आदत रखने वाली औरत
- 4. मुज़्तरिबः
- 5. मुब्तदिअः
- 6. नासियः
- हैज़ के मुतफ़र्रिक़ मसाइल
- निफ़ास
- ग़ुस्ले मसे मैयित
- मुह्तज़र के अहकाम
- मरने के बाद के अहकाम
- ग़ुस्ल, कफ़न, नमाज़ और दफ़्न का वुजूब
- ग़ुस्ले मैयित की कैफ़ीयत
- कफ़न के अहकाम
- हनूत के अहकाम
- नमाज़े मैयित के अहकाम
- नमाज़े मैयित का तरीक़ा
- नमाज़े मैयित के मुस्तहब्बात
- दफ़्न के अहकाम
- दफ़्न के मुस्तहब्बात
- नमाज़े वह्शत
- नब्शे क़ब्र
- वो सूरतें ऐसी हैं जिनमें क़ब्र का खोदना हराम नहीं हैः
- मुस्तहब ग़ुस्ल
- तयम्मुम
- तयम्मुम की पहली सूरत
- तयम्मुम की दूसरी सूरत
- तयम्मुम की तीसरी सूरत
- तयम्मुम की चौथी सूरत
- तयुम्मुम की पांचवीं सूरत
- तयम्मुम की छठी सूरत
- तयम्मुम की सातवीं सूरत
- वह चीज़ें जिन पर तयम्मुम करना सहीह है
- वुज़ू या ग़ुस्ल के बदले तयम्मुम करने का तरीक़ा
- तयम्मुम के अहकाम
- अह्कामे नमाज़
- वाजिब नमाज़ें
- रोज़ाना की वाजिब नमाज़ें
- ज़ोहर और अस्र की नमाज़ का वक़्त
- नमाज़े जुमा के अहकामः-
- जुमा की नमाज़ वाजिब होने की चन्द शर्तें हैं-
- जुमा की नमाज़ के सहीह होने की चन्द शर्तें हैं –
- 742. चन्दअहकामजिनकातअल्लुक़जुमाकीनमाज़सेहैयहहैः-
- मग़्रिब और इशा की नमाज़ का वक़्त
- सुब्ह की नमाज़ का वक़्त
- औक़ाते नमाज़ के अहकाम
- वह नमाज़ें जो तरतीब से पढ़नी ज़रूरी हैं
- मुस्तहब नमाज़ें
- रोज़ाना की नफ़्लों का वक़्त
- नमाज़े ग़ुफ़ैला
- नमाज़ में बदन का ढांपना
- नमाज़ी के लिबास की शर्तें
- जिन सूरतों में नमाज़ी का बदन और लिबास पाक होना ज़रूरी नहीं
- वह चीज़ें जो नमाज़ी के लिबास में मुस्तहब हैं
- वह चीज़ें जो नमाज़ी के लिबास में मकरूह हैं
- नमाज़ पढ़ने की जगह
- पहली शर्त यह है कि वह मुबाह हो।
- दूसरी शर्त
- (तीसरी शर्त)
- (चौथी शर्त)
- (पांचवी शर्त)
- (छटी शर्त)
- (सातवीं शर्त)
- वह मक़ामात जहां नमाज़ पढ़ना मुस्तहब है
- वह मक़ामात जहां नमाज़ पढ़ना मकरूह है
- मस्जिद के अहकाम
- अज़ान और इक़ामत
- अज़ान और इक़ामत का तर्जमा
- नमाज़ के वाजिबात
- नमाज़ के अर्कान पांच हैः-
- नीयत
- तक्बीरतुल एहराम
- क़ियाम यानी खड़ा होना
- क़िराअत
- रुकू
- सुजूद
- वह चीज़ें जिन पर सज्दा करना सहीह है।
- सज्दे के मुस्तहब्बात और मकरूहात
- क़ुरआने मजीद के वाजिब सज्दे
- तशह्हुद
- नमाज़ का सलाम
- तरतीब
- मुवालात
- नमाज़ का तर्जुमा
- 1.सूरा ए अलहम्द का तर्जुमाः-
- 2.सूरा ए एख़्लास का तर्जुमाः-
- 3.रूकू, सुजूद और उनके बाद के मुस्तहब अज़्कार का तर्जुमाः-
- 4.क़ुनूत का तर्जुमाः-
- 5.तस्बीहाते अर्बआ का तर्जुमाः-
- ताक़ीबाते नमाज़
- पैग़म्बरे अकरम (स0)पर सलवात (दुरुद)
- मुब्तिलाते नमाज़
- वह चीज़ें जो नमाज़ में मकरूह हैं
- वह सूरतें जिनमें वाजिब नमाज़ें तोड़ी जा सकती हैं
- शक्कीयाते नमाज़
- वह शक जो नमाज़ को बातिल करते हैं
- वह शक जिनकी परवाह नहीं करनी चाहिये
- 1. जिस फ़ेल का मौक़ा गुज़र गया हो उसमें शक करना
- 2. सलाम के बाद शक करना
- 3. वक़्त के बाद शक करना
- 4. कसीरुश्शक का शक करना
- 5. इमाम और मुक्तदी का शक
- 6. मुस्तहब नमाज़ में शक
- सहीह शुकूक
- नमाज़े एहतियात पढ़ने का तरीक़ा
- सज्दा ए सहव
- सज्दा ए सहव का तरीक़ा
- भूले हुए सज्दे और तशह्हुद की क़ज़ा
- नमाज़ के अज्ज़ा और शराइत को कम या ज़्यादा करना
- मुसाफ़िर की नमाज़
- (पहली शर्त)
- (दूसरी शर्त)
- (तीसरी शर्त)
- (चौथी शर्त)
- (पांचवीं शर्त)
- (छठी शर्त)
- (सातवीं शर्त)
- (आठवीं शर्त)
- मुतफ़र्रिक़ मसाइल
- क़ज़ा नमाज़
- बाप की क़ज़ा नमाज़ें जो बड़े बेटे पर वाजिब हैं
- नमाज़े जमाअत
- नमाज़े जमाअत के अहकाम
- जमाअत में इमाम और मुक्तदी के फ़राइज़
- नमाज़े जमाअत के मकरूहात
- नमाज़े आयात
- नमाज़े आयात पढ़ने का तरीक़ा
- ईदे फ़ित्र और ईदे क़ुर्बान की नमाज़
- नमाज़ के लिये अजीर बनाना
- रोज़े के अहकाम
- नीयत
- वो चीज़ें रोज़े को बातिल कर देती है।
- 1.खाना और पीना
- 2.जिमाअ (सम्भोग)
- 3.इस्तेम्ना (हस्तमैथुन)
- 4. ख़ुदा और रसूल (स0) पर बोह्तान बाँधना
- 5. ग़ुबार को हल्क़ तक पहुंचाना
- 7. अज़ाने सुब्ह तक जनाबत, हैज़ और निफ़ास की हालत में रहना
- 8. हुक़्ना लेना
- 9. उल्टी करना
- उन चीज़ों के अहकाम जो रोज़े को बातिल करती हैं।
- वह चीज़ें जो रोज़ादार के लिये मकरूह हैं
- ऐसे मवाक़े जिनमें रोज़ा की क़ज़ा और कफ़्फ़ारा वाजिब हो जाते हैं।
- रोज़े का कफ़्फ़ारा
- वह सूरतें जिन में फ़क़त रोज़े की क़ज़ा वाजिब है
- क़ज़ा रोज़े के अहकाम
- मुसाफ़िर के रोज़ों के अहकाम
- वह लोग जिन पर रोज़ा रखना वाजिब नहीं
- महीने की पहली तारीख़ साबित होने का तरीक़ा
- हराम और मकरूह रोज़े
- मुस्तहब रोज़े
- वह सूरतें जिनमें मुब्तलाते रोज़ा से पर्हेज़ मुस्तहब है
- ख़ुम्स के अहकाम
- 1760. ख़ुम्स सात चीज़ों पर वाजिब हैः-
- 1.कारोबार का मुनाफ़ा
- 2. मअदिनी कानें
- 3. गड़ा हुआ दफ़ीना
- 4. वह हलाल माल जो हराम माल में मख़्लूत हो जाए
- 5. ग़व्वासी से हासिल किये हुए मोती
- 6. माले ग़नीमत
- 7. वह ज़मीन जो ज़िम्मी काफ़िर किसी मुसलमान से ख़रीदे
- ख़ुम्स का मसरफ़
- ज़कात के अहकाम
- ज़कात वाजिब होने की शराइत
- गेहूं, जौ, खजूर और किशमिश की ज़कात
- सोने का निसाब
- चांदी का निसाब
- ऊंट, गाय और भेड़ बकरी की ज़कात
- ऊंट के निसाब
- गाय का निसाब –
- भेड़ का निसाब
- माले तिजारत की ज़कात
- ज़कात का मसरफ़
- मुस्तहक़्क़ीने ज़कात के शराइत
- ज़कात की नीयत
- ज़कात के मुतफ़र्रिक़ मसाइल
- ज़काते फ़ित्रा
- ज़काते फ़ित्रा का मसरफ़
- ज़काते फ़ित्रा के मुतफ़र्रिक मसाइल
- हज के अहकाम
- मुआमलात
- ख़रीद व फ़रोख़्त के अहकाम
- ख़रीद व फ़रोख़्त के मुस्तहब्बात
- मकरूह मुआमलात
- हराम मुआमलात
- बेचने वाले और ख़रीदार की शराइत
- जिन्स और उसके एवज़ की शराइत
- ख़रीद व फ़रोख़्त का सीग़ा
- फ़लों की ख़रीद व फ़रोख़्त
- नक़्द और उधार के अहकाम
- मुआमला ए सलफ़ की शराइत
- मुआमला ए सलफ़ के अहकाम
- सोने चांदी को सोने चांदी के एवज़ बेचना
- मुआमला फ़स्ख़ किये जाने की सूरतें
- मुतफ़र्रिक़ मसाइल
- शिराकत के अहकाम
- सुल्ह के अहकाम
- किराये के अहकाम
- किराये पर दिये जाने वाले माल की शराइत
- किराये पर दिये जाने वाले माल से इसतिफ़ादा की शराइत
- किराये के मुतफ़र्रिक़ मसाइल
- जिआला के अहकाम
- मुज़ारआ के अहकाम
- मुसाक़ात और मुग़ारसा के अहकाम
- वह अश्ख़ास जो अपने माल में तसर्रूफ़ नहीं कर सकते
- वकालत के अहकाम
- क़र्ज़ के अहकाम
- हवाला देने के अहकाम
- रहन के अहकाम
- ज़ामिन होने के अहकाम
- कफ़ालत के अहकाम
- अमानत के अहकाम
- आरिया के अहकाम
- निकाह के अहकाम
- निकाह पढ़ने का तरीक़ा
- निकाह की शराइत
- वह औरतें जिन से निकाह करना हराम है
- दाइमी अक़्द के अहकाम
- मुअय्यन मुद्दत का निकाह
- निगाह डालने के अहकाम
- शादी ब्याह के मुख़्तलिफ़ मसाइल
- दूध पिलाने के अहकाम
- दूध पिलाने से महरम बनने की शराइत
- दूध पिलाने के आदाब
- दूध पिलाने के मुख़्तलिफ़ मसाइल
- तलाक़ के अहकाम
- तलाक़ की इद्दत
- वफ़ात की इद्दत
- तलाक़े बाइन और तलाक़े रज्ई
- रुजू करने के अहकाम
- तलाक़े ख़ुलअ
- तलाक़े मुबारत
- तलाक़ के मुख़्तलिफ़ अहकाम
- ग़स्ब के अहकाम
- गुमशुदा माल पाने के अहकाम
- हैवानात को शिकार और ज़ब्ह करने के अहकाम
- हैवानात को ज़ब्ह करने का तरीक़ा
- हैवान को ज़ब्ह करने की शराइत
- ऊँट को नहर करने का तरीक़ा
- हैवानात को ज़ब्ह करने के मुस्तहब्बात
- हैवानात के ज़ब्ह करने के मकरूहात
- हथियारों से शिकार करने के अहकाम
- शिकारी कुत्ते से शिकार करना
- मछली और टिड्डी का शिकार
- खाने पीने की चीज़ों के अहकाम
- खाना खाने के आदाब
- वह बातें जो खाना खाते वक़्त मकरूह हैं
- पानी पीने के आदाब
- मन्नत और अहद के अहकाम
- क़सम खाने के अहकाम
- वक़्फ़ के अहकाम
- वसीयत के अहकाम
- मीरास के अहकाम
- पहले गुरोह की मीरास
- दूसरे गुरोह की मीरास
- तीसरे गुरोह की मीरास
- बीवी और शौहर की मीरास
- मीरास के मुख़्तलिफ़ मसाइल
- चन्द फ़िक़्ही इस्तिलाहात
- फेहरीस्त