अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

नहजुल बलाग़ा में इमाम अली के विचार-22

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पैग़म्बरे इस्लाम का एक कथन है कि ज़मीन कभी भी ईश्वरीय दूत से खाली नहीं होगी” सुन्नी मुसलमानों के प्रसिद्ध विद्वान कुन्दूज़ी हनफी “यनाबिऊल मवद्दत” नाम की किताब में लिखते हैं” लगभग समस्त सुन्नी विद्वानों ने लिखा है कि पैग़म्बरे इस्लाम ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम से फरमाया है कि मेरे बाद १२ मार्गदर्शक हैं और तुम उन सबमें पहले हो और मेहदी उनमें अंतिम होगा”


हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने कई चीज़ों के बारे में भविष्यवाणियां की हैं। उनमें से एक बनी उमय्या के सत्ता में आने और उसकी सत्ता के अंत के बारे में है। इसी तरह एक भविष्यवाणी बनी अब्बास और मंगोलों की सरकार तथा उनके द्वारा की जाने वाली तबाही के बारे में है। हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने इसी प्रकार कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में भी भविष्यवाणी की है जैसे इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम की इमामत और उनकी इमामत के जारी रहने की। इस बारे में हज़रत अली अलैहिस्सलाम इस प्रकार फरमाते हैं” दुनिया समाप्त नहीं होगी यहां तक कि मेरे बेटे हुसैन की संतान में से एक महान व्यक्ति प्रकट होगा और वह पूरे संसार को न्याय से उस तरह से भर देगा जिस तरह वह अन्याय से भरी होगी”

 
हज़रत अली अलैहिस्सलाम के एक अनुयायी असबग़ बिन नबाता के बारे में आया है कि एक दिन वह हज़रत अली अलैहिस्सलाम की सेवा में गये देखा कि वह बहुत गहरी सोच में डूबे हुए हैं। उन्होंने उनसे कहा हे अमीरूल मोमेनीन मैं देख रहा हूं कि आप ने ज़मीन पर लाइनें खींची है आप किस बारे में सोच रहे हैं? इस पर उन्होंने फरमाया इस समय मैं उस पैदा होने वाले के बारे में सोच रहा हूं जो मेरे वंश से और मेरा ११वां बेटा होगा और उसका नाम मेहदी होगा जो ज़मीन को न्याय को उस तरह से भर देगा जिस तरह वह अन्याय एवं भेदभाव से भरी होगी”

 
समस्त विशेषकर ईश्वरीय धर्मों में हज़रत इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के प्रकट होने की आस्था पाइ जाती है। महा मुक्तिदादा इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के प्रकट होने की आस्था दुनिया के अत्याचारग्रस्त लोगों की शांति, सूकुन व धैर्य का कारण है। यह आस्था जिस तरह से दुनिया के अत्याचारग्रस्त लोगों के धैर्य का कारण है उसी तरह यह आस्था उनमें आशा का दीप बनी हुई है कि आज नहीं तो कल इस संसार से अत्याचार और अत्याचारियों का अंत हो जायेगा। इस्लाम धर्म में महामुक्तिदाता की प्रतीक्षा का मामला इतना महत्वपूर्ण है कि पैग़म्बरे इस्लाम ने इसे अपने अनुयाइयों का बेहतरीन कार्य बताया है। इमाम जाफर सादिक़ अलैहिस्सलाम ने भी फरमाया है कि लोगों के कर्मों के स्वीकार होने की शर्त, इमाम मेहदी की सरकार के व्यवहारिक होने की प्रतीक्षा है। हज़रत अली अलैहिस्सलाम भी फरमाते हैं कि जागरुक हो जाओ कि इमाम मेहदी हमसे होगा वह व्याप्त बुराइयों के मध्य प्रज्वलित दीपक की भांति चलेगा और वह पवित्र लोगों जैसा व्यवहार करेगा लोगों की समस्याओं को दूर करेगा और दासों को स्वतंत्र करेगा”

 
नहजुल बलाग़ा के प्रसिद्ध व्याख्याकर्ता और महान सुन्नी विद्वान इब्ने अबील हदीद हज़रत अली अलैहिस्सलाम के इस कथन के बाद लिखता है” हज़रत अली अपने इस कथन से यह याद दिलाते हैं कि इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम बुराइयों के अंधकार में प्रज्वलित दीपक की भांति प्रकट होंगे और लोगों को दासता के बंधन से मुक्त करायेंगे और अत्याचारग्रस्त लोगों को अत्याचारियों से स्वतंत्र करायेंगे”

जब हज़रत इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम प्रकट होंगे तो लोगों में जो मतभेद होंगे वे समाप्त हो जायेंगे और वे परिपूर्णता व विकास के शिखर पर पहुंच जायेंगे। इसी तरह धर्म के जो आदेश हैं उसके रहस्य पहले से अधिक लोगों पर स्पष्ट हो जायेंगे। इस प्रकार से पूरब, पश्चिम और समस्त धर्मों के अतिवादी विचारों का अंत हो जायेगा। हज़रत अली अलैहिस्सलाम फरमाते हैं” मेहदी ज़मीन को तर्क, ज्ञान और मार्गदर्शन के प्रकाश से भर देगा यहां तक कि समूचा विश्व उस पर ईमान लायेगा। नास्तिक मुसलमान हो जायेंगे और भ्रष्टाचारी अच्छे हो जायेंगे”

इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम की सरकार में लोगों की सोच व विचार परिपूर्णता के शिखर पर पहुंच जायेगी और पूरे विश्व में पवित्र कुरआन की शिक्षाएं फैल जायेंगी। हज़रत अली अलैहिस्सलाम नहजुल बलाग़ा के भाषण नंबर १३८ में इस संबंध में फरमाते हैं” जब लोग अपनी इच्छाओं का अनुसरण करेंगे तो हज़रत मेहदी लोगों की इच्छाओं को सत्य का अनुसरणकर्ता बना देंगे जबकि विभिन्न दृष्टिकोण स्वयं को कुरआन पर हावी होने का प्रयास करेंगे और वह समस्त दृष्टिकोणों व विचार धाराओं को कुरआन का अनुसरण कर्ता बना देंगे और ईश्वरीय किताब तथा पैग़म्बरे इस्लाम की परम्परा को जीवित करेंगे”
 

तो इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के प्रकट होने के बाद बहुत से लोग जो अन्याय व अत्याचार से थक गये होंगे, इमाम मेहदी के साथ हो जायेंगे। इस संबंध में हज़रत अली अलैहिस्सलाम फरमाते हैं” जब एसा हो जायेगा तो धर्म का मार्गदर्शक आंदोलन करेगा और मुसलमान पतझड़ के बादल की भांति उसके पास एकत्रित हो जायेंगे”

नहजुल बलाग़ा में जिन विषयों की ओर संकेत किया गया है उनमें से एक महामुक्तिदाता इमाम मेहदी के साथियों और उनकी सरकार के कर्मचारियों के बारे में है। हज़रत अली अलैहिस्सलाम इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के चुने हुए साथियों के बारे में इस प्रकार फरमाते हैं” ईश्वर के बारे में उन्हें उस तरह से ज्ञान प्राप्त होगा जिस तरह से होना चाहिये। ईश्वर की प्रसन्नता के मार्ग में वह किसी भी निंदा करने वाले की निंदा से नहीं डरेंगे। बेजोड़ शेरों की भांति अपने अपने घरों से निकलेगें, उनके दिल फौलाद की भांति होंगे अगर वे पहाड़ों को अपनी जगह से उखाड़ना चाहेंगे तो उसे उखाड़ देंगे। ईश्वर उनके दिलों को एक दूसरे से निकट कर देगा न तो वे किसी से डरेगें हैं और न ही उनसे किसी के मिल जाने से वे खुश होंगे अतीत के लोग उनके स्थान को नहीं पा सकेंगे और न ही भविष्य में आने वाले उनके स्थान को पहुंच सकेंगे”
 


हज़रत अली अलैहिस्सलाम एक अन्य स्थान पर इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम की सरकार में काम करने वालों को इस प्रकार याद करते हैं” उसके बाद एक गुट अराजकता व अशांति फैलाने वालों का अंत करने के लिए तैयार होगा और उनकी तलवारें सैक़ल की जायेंगी अर्थात धार तेज़ की जायेंगी और उनकी नज़रों को कुरआन से प्रकाश मिलेगा उनके कानों में कुरआन की व्याख्या गुजेंगी और सुबह शाम तत्वदर्शिता की बातें होंगी”

वास्तव में हज़रत अली अलैहिस्सलाम इस बिन्दु पर बल देते हैं कि इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के साथी भ्रष्टाचार और बुराइयों को समाप्त करने तथा मानव समाज में व्याप्त बुराइयों के सुधार के लिए रणक्षेत्र में जायेंगे। स्पष्ट है कि न्याय को व्यवहारिक बनाने और मानव समाज में सुधार को लागू करने के लिए महामुक्ति दाता इमाम मेहदी के साथियों को उन विशेषताओं से सुसज्जित होना चाहिये जिनमें से कुछ की ओर हज़रत अली  अलैहिस्सलाम ने संकेत किया है। हज़रत अली अलैहिस्सलाम के अनुसार जो संघर्षकर्ता इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के साथ होंगे वे एसे व्यक्ति होंगे जो फौलादी इरादे के स्वामी होंगे। इस्लामी इतिहासों में आई बातों से समझा जा सकता है कि इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के साथी ज्ञान से पूरिपूर्ण और सदाचारी होंगे और वे मानव समाज के सुधार के लिए प्रयास करेंगे। वे स्वयं अच्छे व भले होंगे और व्यक्ति व समाज के सुधार के लिए प्रयास करेंगे। इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अच्छे समाज का गठन होगा और ज़मीन पर भले लोगों की सरकार गठित होने पर आधारित महान ईश्वर का वादा पूरा होगा। जैसाकि पवित्र कुरआन के सूरे क़सस की पांचवीं आयत में आया है कि हमने इरादा किया है कि ज़मीन में जिन्हें कमज़ोर बना दिया गया है उन पर एहसान करें और उन्हें ज़मीन पर लोगों का मार्गदर्शक एवं उत्तराधिकारी बनायें”

 

महा मुक्तिदाता इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम ईश्वरीय धर्म इस्लाम पर भ्रांतियों की पड़ी धूल को साफ कर देंगे। इस्लाम की वास्तविकता को स्पष्ट करेंगे, उसकी उच्च आकांक्षाओं को व्यवहारिक बनायेंगे। यहां इस बात का उल्लेख आवश्यक है कि महा मुक्तिदाता इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम की सरकार का आधार न्याय होगा यानी वह पूरे विश्व में न्याय स्थापित करेंगे और अत्याचार व अन्याय का जड़ से अंत कर देंगे। हज़रत अली अलैहिस्सलाम इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के न्याय के बारे में फरमाते हैं” मेहदी तुम्हें न्याय करने की शैली दिखायेंगे”


यही कारण है कि जब इमाम मेहदी प्रकट होंगे तो पूरे विश्व के कोने कोने में न्याय और शांति  स्थापित हो जायेगी। जिस समय हज़रत इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम प्रकट होंगे ज़मीन अपने अंदर नीहित ख़ज़ानों को उगल देगी और नेमतें बहुत अधिक हो जायेंगी। इस संबंध में हज़रत अली अलैहिस्सलाम फरमाते हैं” मेहदी के प्रकट होने के काल में ज़मीन अपने फलों को अर्थात  खजानों को उनके लिए बाहर कर देगी और उसकी कुंजियों को उनके हवाले कर देगी”


महा मुक्तिदाता इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम की विश्व व्यापी सरकार के काल में नेअमतों क अधिक हो जाना एसी वास्तविकता है जिसका इंकार नहीं किया जा सकता। पैग़म्बरे इस्लाम इस संबंध में फरमाते हैं” मेहदी की सरकार के स्थापित हो जाने के काल में अत्यधिक नहरें बनाई जायेंगी और ज़मीन की विभूतियों व नेअमतों में वृद्धि हो जायेगी और ज़मीन के खज़ाने निकाले जायेंगे”

 

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