महदी(अ)रसूलुल्लाह(स)के साथ
मदीने के एक यहूदी ने अमीरूल मोमिनीन अली इब्ने अबी तालिब (अ) से यह सवाल किये:
1- या अली! मुझे बताईये कि इस उम्मत के नबी (स) के बाद कितने इमाम होगें?
2- मुझे बताईये कि जन्नत में मुहम्मद (स) का दर्जा कहाँ है ? और यह भी बताईये कि मुहम्मद (स) के साथ और कौन होगा ?
हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया: इस उम्मत में नबी (स) के बाद बारह इमाम होगें और लोगों की मुख़ालेफ़त उनको कुछ नुक़सान न पहुचा सकेगी।
यहूदी ने कहा: आपने बिल्कुल सही फ़रमाया।
हज़रत ने फिर फ़रमाया: मुहम्मद (स) का मक़ाम जन्नते अदन है। उसका बालाई हिस्सा परवरदिगार के अर्श से क़रीब होगा।
यहूदी ने अर्ज़ की "आपने सही फ़रमाया"
हज़रत अली (अ.) ने फिर फ़रमाया: जन्नत में मुहम्मद (स) के हमराह बारह इमाम होगें, जिनका अव्वल मैं हूँ और आख़िरी क़ायम अलमहदी (अ) हैं।
यहूदी ने अर्ज़ की: आपने सच फ़रमाया।
(किताब यनाबी उल मवद्दत)
किफ़ायतुल असर में अबी सईद ख़िदरी से रिवायत की गई है कि वह बयान करते हैं मैंने रसूलल्लाह (स.) को यह फ़रमाते सुना: मेरे अहले बैत, अहले ज़मीन के लिए उसी तरह अमान हैं, जिस तरह आसमान वालों के लिए सितारे अमान हैं।
लोगों ने अर्ज़ की या रसूलल्लाह (स) आपके बाद आईम्मा आपके अहलेबैत से होगें ? हज़रत ने फ़रमाया: हाँ