इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़हूर का ज़माना

अल्लाह ने पाँच चीज़ों का इल्म अपनी ज़ात से मख़सूस किया है। जिनमें से एकक़ियामत भी है। चूँकि इमाम महदी अलैहिस्सलाम का ज़हूर क़ियामत के लवाज़ेमात

में से है लिहाज़ा आप कब ज़हूर फ़रमायेंगे और ज़हूर की तरीख़ व सन् क्या होंगे ? इसका इल्म भी अल्लाह को ही है। लेकिन मासूमीन की अहादीस में इसके इशारे मौजूद हैं।
जनाबे शेख़ मुफ़ीद, जनाबे सैयद अली, जनाबे तबरसी, जनाबे शिबलंजी ने यह लिखा है कि इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया कि आप ताक़ सन् में ज़हूर फ़रमायेंगे। जो 1, 3,5,7 व 9 से मिल कर बनेगा। इसी के साथ आपने फ़रमाया कि आपके इस्मे गिरामी का ऐलान जिब्राईल के ज़रिये 23 तारीख़ को कर दिया जायेगा और आशूर के दिन ज़हूर होगा।
(शरहे इरशादे मुफ़ीद, सफ़ा न. 532 व ग़ायत उल मक़सूद जिल्द न. 1 सफ़ान. 161 व आलाम उल वरा सफ़ा 262 व नूर उल अबसार सफ़ा न. 155)
मेरे नज़दीक ज़िल्हिज्जा की 23 तारीख़ होगी क्योँकि नफ़से ज़किया के क़त्ल और ज़हूर में 15 रातों का फ़ासला होना मुसल्लम है। मुमकिन है कि क़त्ले नफ़से ज़किया के बाद ही नाम का ऐलान कर दिया जाये और ज़हूर बाद में हो।
(ग़ायत उल मक़सूद पेज 161)
इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम का इरशाद है कि इमाम महदी अलैहिस्सलाम ज़ोहर के वक़्त ज़हूर फ़रमायेंगे और वल अस्रे इन्ना अल इंसाना लफ़ी ख़ुस्र से यही अस्र मुराद है।
ज़हूर के वक़्त इमाम अलैहिस्सलाम की उम्र
विलादत के दिन से ज़हूर के वक़्त तक आपकी कितनी उम्र होगी ? यह तो ख़ुदा ही जानता है। लेकिन यह मुसल्लेमात से है कि जिस वक़्त आप ज़हूर फ़रमायेंगे हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम की मिस्ल आप चालीस साला जवान की हैसियत से होंगे।
(आलाम उल वरा , पेज न. 265 व ग़ायत उल मक़सूद सफ़ा 76)
आपका अलम
हज़रत इमाम महदी के अलम पर अल बैतुल्लाह लिखा होगा और आप अपने हाथ पर अल्लाह के लिए बैअत लेंगे और काएनात में सिर्फ़ दीने इस्लाम का परचम लहरायेगा।