हदीसे ग़दीरे के ज़रिये दीगर हज़रात का ऐहतेजाज
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अहले बैत (अ) के अलावा बाज़ मक़मात पर दीगर हज़रात ने भी हदीसे ग़दीर से ऐहतेजाज किया है जो ख़ुद इस बात पर दलील करता है कि मुसलमानों के दरमियान हदीस ग़दीर एक मख़सूस अहमियत रखती थे, अब यहाँ हम उन लोगों के असमाए गिरामी को बयान करते हैं:
1. अब्दुल्लाहबिन जाफ़र का हज़रत अमीरुल मोमिनीन (अ) की शहादत के बाद मुआविया पर हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज किया।
2. बुरद का अम्र बिन आस पर हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
3. अम्र बिन आस का मुआविया पर हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
4. अम्मारे यासिर का जंगे सिफ़्फ़ीन में अम्र बिन आस पर हदीस ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
5. असबग़ बिन नबाता का हदीसे ग़दीर के ज़रिये मुआविया के जलसे में सन् 37 हिजरी में ऐहतेजाज।
6. अबू हुरैरा से एक जवान का मस्जिदे कूफ़ा में हदीसे ग़दीर के बारे में मुनाज़िरा:
इस मुनाज़िरा को अबू बक्र हैसमी ने अपनी किताब मजमउज़ ज़वायद में अबी यअली, तबरानी और बज़्ज़ाज़ से दो तरीक़ों से नक़्ल किया है जिनमें एक तरीक़े को सही माना है लेकिन दूसरे तरीक़े की तौसीक़ नही की है।
7. एक शख्स का जै़द बिन अरक़म पर हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
8. एक इराक़ी शख्स का जाबिर बिन अब्दुल्लाह अंसारी से हदीसे ग़दीर के ज़रिये मुनाज़िरा।
9. क़ैस बिन साद का मुआविया से सन् 50, 56 में हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
10. दारमिया ए हजूनिया का मुआविया के सन् 50, 56 में हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
किताब सुलैम जिल्द 2 पेज 834 हदीस 42
अल इमामह वस सियासह जिल्द 1 पेज 97
मनाक़िबे ख़ारज़मी पेज 199 हदीस 240
शरहे इब्ने अबिल हदीद जिल्द 2 पेज 206 हदीस 240 ख़ुतबा 35 वक़ ए सिफ़्फ़ीन पेज 338
मनाक़िबे ख़ारज़मी पेज 205 हदीस 240, तज़किरतुल ख़वास पेज 85
मुसमदे अबी यअली मूसली जिल्द 11 पेज 307 हदीस 6423, मजमउज़ ज़वायद जिल्द 9 पेज 105
यनाबीउल मवद्दत जिल्द 2 पेज 73 बाब 56
किफ़ायतुत तालिब पेज 61
किताबे सुलैम जिल्द 2 पेज 777 हदीस 26
रबीउल अबरार जिल्द 2 पेज 599
11. उमर बिन अब्दुल अज़ीज़ ख़लीफ़ ए बनी उमय्या का हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
12. ख़लीफ़ ए अब्बासी मामून का फ़ुक़हा व उलामा के सामने हदीसे ग़दीर के ज़रिये ऐहतेजाज।
हिलयतुल औवलिया जिल्द 5 पेज 364
अक़दुल फ़रीद जिल्द 5 पेज 56 से 61