अख़लाकी लेख
नमाज़ के साथ, साथ कुछ काम ऐसे हैं जो इबादत में शुमार होते हैं"
- में प्रकाशित
जिन्हें इबादत के खूबसूरत नाम से याद किया गया है, और जिन पर अमल उसी तरह लाज़िम है जिस तरह कि नमाज़ का अदा करना।
कव्वे और लकड़हारे की कहानी।
- में प्रकाशित
हमें इंसानों के साथ साथ जानवरों और चिड़ियों पर भी रहम करना चाहिये और बुरे समय में उनके काम आना चाहिये।
एहसान
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मज़हर अली
अल्लाह ने एहसान जताने को सख़्ती से मना किया है क्यों कि एहसान जताने से एहसान का सवाब चला जाता है जो कि हमारे समाज में आम है।
एक हतोत्साहित व्यक्ति
- में प्रकाशित
हर व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की अप्रिय घटनाएं घटती हैं। यह हम हैं कि छोटी सी बात का बतँगड़ बना कर राई का पर्वत बना देते हैं
इस्लाम में पड़ोसी अधिकार
- में प्रकाशित
जो खुदा पर और क़यामत पर र्इमान रखता हैं, उसको चाहिए कि अपने पड़ोसी की रक्षा करे।"
आत्महत्या
- में प्रकाशित
अल्लाह तआला ने इंसान को पैदा किया और उसे श्रेष्ठता व महानता प्रदान की, जैसा कि क़ुराने करीम में है: और हम ने सम्मान दिया है आदम की औलाद को