अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

लेख

ग़ैरे मासूमीन
ज़ैनब बिन्ते अली , कर्बला की नायिका

ज़ैनब बिन्ते अली , कर्बला की नायिका

“हज़रत ज़ैनब, महिलाओं में सबसे अधिक महान और उनकी फ़ज़ीलत इससे कहीं अधिक है कि उसको बयान किया जा सके या क़लम उसके लिख सके”।  

ग़ैरे मासूमीन
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा

हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा

 अथाह ज्ञान से संपन्न परिवार में जीवन ने उनके सामने ज्ञान के द्वार खोल दिए थे।

इमामे अली(अ)
 इमाम अली अ.स. एकता के महान प्रतीक

इमाम अली अ.स. एकता के महान प्रतीक

जब इमाम अली अ.स. से एक यहूदी ने इमामत और ख़िलाफ़त पर आपत्ति जताते हुए कटाक्ष किया कि तुम लोगों ने अपने पैग़म्बर स.अ. को दफ़्न करने से पहले ही उनके बारे में मतभेद शुरू कर दिए, तो आपने जवाब दिया कि, हमारा मतभेद पैग़म्बर स.अ. को लेकर बिल्कुल नहीं था, बल्कि हमारा मतभेद उनकी हदीस के मतलब को लेकर था, लेकिन तुम यहूदियों के पैर दरिया से निकल कर सूखे भी नहीं थे और तुम लोगों ने हज़रत मूसा अ.स. से कह दिया था कि बुत परस्तों की तरह हमारे लिए भी ख़ुदा का प्रबंध करो और फिर जवाब में हज़रत मूसा अ.स. ने तुम लोगों के बारे में कहा था कि तुम लोग कितने जाहिल और अनपढ़ हो।  

मुसलमान बुध्दिजीवी
इस्लाम की पहली शहीद खातून

इस्लाम की पहली शहीद खातून

जिस वक्त अबुजहले लानती जनाबे सुमय्या के सीने मे नेज़ा मार रहा था तो जनाबे सुमय्या फख्र के साथ ये जुमला कह रही थी हमने अपने रास्ते को पा लिया और मौहम्मद (स.अ.व.व) पर ईमान ले आऐ और उनकी रहबरी को क़ुबुल कर लिया और कभी अपने ईमान और मकसद को खत्म नही होने देंगे।

इमामे अली(अ)
इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद

इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद

आपके नज़दीक कसबे हलाल बेहतरीन सिफ़त थी। जिस पर आप खुद भी अमल पैरा थे।

फ़ातेमा ज़हरा(अ)
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में

ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया।  

फ़ातेमा ज़हरा(अ)
 अल्लाह तआला ने हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. को हमारे लिए आइडियल क्यूं बनाया है?

अल्लाह तआला ने हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. को हमारे लिए आइडियल क्यूं बनाया है?

आपने हज़रत अली अ. से वसीयत की थी कि आपको रात में ग़ुस्ल दें, रात में कफ़न पहनाएं और रात ही में दफ़्न करें और जिन लोगों नें उन्हें दुख पहुँचाया था उनको जनाज़े में (अंतिम संस्कार) न आने दें  

फ़ातेमा ज़हरा(अ)
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा का मरसिया

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा का मरसिया

जैसे ही पैग़म्बरे इस्लाम ने इस संसार से अपनी आखें मूंदी, मुसीबतें आना आरम्भ हो गईं, और इन मुसीबतों का सिलसिला एक के बाद एक बढ़ता ही चला  

फ़ातेमा ज़हरा(अ)
जनाबे फ़ातेमा ज़हरा के दफ़्न के मौक़े पर इमाम अली का खुत्बा

जनाबे फ़ातेमा ज़हरा के दफ़्न के मौक़े पर इमाम अली का खुत्बा

मेरी तरफ़ से और आपकी उस दुख़्तर की तरफ़ से जो आपके जवार में नाज़िल हो रही है और बहुत जल्दी आप से मुलहक़ हो रही है।

फ़ातेमा ज़हरा(अ)
जनाबे ज़हरा(स)की सवानेहे हयात

जनाबे ज़हरा(स)की सवानेहे हयात

उन की शख़्सियत पर रिसालत को नाज़ है और मुख़्तसर यह कि उन पर शीईयत को नाज़ है।

आपका कमेंन्टस

यूज़र कमेंन्टस

Neha:Want one book in hindi
2023-03-12 12:19:00
Assalamualikum Sir, mujhe ek book hindi me chahiye thi। "Ayesha ki tareekhi haisiyat" urdu puri tarah samajh nahi aarahai sir
Rizwan Shaikh:Khawab ki taabir hindi
2020-12-17 07:19:22
Khawab ki taabir Hindi kitaab ki pdf ho to lehaza baraae meherbaani hamare mail par bhej de...
Farhan Haider:Tauziul masail
2020-05-06 23:45:20
S.w bhai download m problem ho Raha h and muje kuch aur bhi books chahiye tha soft copy ki hindi translate mei plz help me. And
Nasir:ali
2020-02-02 13:36:53
Mashallah
Nasir:ali
2020-02-02 13:36:13
Ali ali
mukhtar Abbas:mashallah
2017-09-01 21:46:03
mashallah subhanallah jazakallao bht achche
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