अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

कफ्फ़ारा 2

कफ्फ़ारा 2

पढ़ने वाले: मौलाना सैय्यद असकरी रज़ा रिज़वी मेरठी
एल्बम: अहकाम (मामलात)

इस प्रोग्राम मे सबसे पहले बताया गया है कि अगर कोई जान बूझ कर किसी का कडत्ल कर दे तो उस पर तमाम कफ्फारें एक साथ वाजिब होते है। उसके बाद बताया कि जिनको ज़कात दी जाती है उनको कफ्फारा भी दिया जाएगा।


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