दूध पिलाने के अहकाम
- में प्रकाशित
पढ़ने वाले: मौलाना सैय्यद असकरी रज़ा रिज़वी मेरठी
एल्बम: अहकाम (मामलात)
इस प्रोग्राम मे सबसे पहले बयान किया गया कि कुछ लोग शादी की वजह से औरत के लिए महरम हो जाती है। उसके बाद बताया कि ना महरम का मतलब यह है कि जिनसे शादी की जा सकती हो और महरम यानी जिनसे शादी करना सही नही है।
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