पर्दे के अहकाम
- में प्रकाशित
पढ़ने वाले: मौलाना सैय्यद असकरी रज़ा रिज़वी मेरठी
एल्बम: अहकाम (मामलात)
इस प्रोग्राम मे बताया कि मियाँ- बीवी एक-दूसरे को हर ऐतबार से देख सकते है। उसके बाद बताया कि ग़ैर मुसलमान औरत अगर पर्दा न करती हो तो शहबत की नेगाह के बिना उसकी तरफ देखा जा सकता है।
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