क़िबले के अहकाम
- में प्रकाशित
एल्बम: अहकाम (इबादात)
इस प्रोग्राम मे मौलाना ने बताया कि नमाज पढ़ते समय, कुरबानी करते समय और मुर्दे को दफ्न करते समय इन्सान का चेहरा किब्ले की तरफ होना चाहिऐ और फिर उस आदमी की नमाज का हुक्म बयान किया कि जो जान बूझ कर किबले की तरफ से मुँह फेर कर नमाज अदा करे।
Update Required
To play the media you will need to either update your browser to a recent version or update your Flash plugin.
डाउनलोड (15.66 MB)
अवधि: 00:17:50
विज़िट्स: 637
डाउनलोड: 212