ग़ैरे मासूमीन
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा
- में प्रकाशित
अथाह ज्ञान से संपन्न परिवार में जीवन ने उनके सामने ज्ञान के द्वार खोल दिए थे।
ज़ैनब बिन्ते अली , कर्बला की नायिका
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैयद ताजदार हुसैन ज़ैदी
“हज़रत ज़ैनब, महिलाओं में सबसे अधिक महान और उनकी फ़ज़ीलत इससे कहीं अधिक है कि उसको बयान किया जा सके या क़लम उसके लिख सके”।
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा का शुभ जन्मदिन
- में प्रकाशित
आज हम इस्लाम की उस महान महिला का जन्म दिन मना रहे हैं जिसने इस्लामी इतिहास के निर्णायक चरण में ईश्वरीय धर्म की उमंगों का भरपूर ढंग से बचाव किया और अपने अद्वितीय व अटल इरादे से सत्य के प्रकाश को बुझने नहीं किया।
हज़रत मासूमा
- में प्रकाशित
हज़रत मासूमा सलामुल्लाह अलैहा क़ुरआन और इस्लामी शिक्षाओं के अनुसरण को सफल जीवन की कुंजी मानती है
हज़रत फातिमा मासूमा (अ)
- में प्रकाशित
जिस बिना पर आप सातवें इमाम की तमाम अवलादों मे बाद अज़ इमाम रज़ा(अ)सबसे ज़्यादा बा कमाल थीं.
हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
रसुले अकरम की मां हज़रत आमिना बिन्ते वहब और दादा हज़रत अब्दुल मुत्तलिब की मृत्यु के बाद आठ साल की उम्र से हज़रत अबुतालिब ने उनका पालन पोषण किया ।
जनाबे उम्मुल बनीन स.अ
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
मेरे सारे बेटे और जो कुछ भी इस दुनिया मे है सब मेरे हुसैन अ.स पर क़ुरबान।
धैर्य और दृढ़ता की मलिका, ज़ैनब बिन्ते अली
- में प्रकाशित
ईश्वर का आभार है कि मेरे बेटे हुसैन (अ) पर क़ुरबान हो गये
हज़रत फ़ातिमा मासूमा की ज़िंदगी पर एक निगाह।
- में प्रकाशित
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- स्रोत:
- विलायत पोर्टल
वह लोग फिर इमाम के घर हाज़िर हुए लेकिन इमाम अभी तक सफ़र से वापिस नहीं आए थे, उन्होंने आप से अपने सवालों को यह कर वापिस मांगा कि अगली बार जब हम लोग आएंगे तब इमाम से पूछ लेंगे, लेकिन जब उन्होंने अपने सवालों की ओर देखा तो सभी सवालों के जवाब लिखे हुए पाए, वह सभी ख़ुशी ख़ुशी मदीने से वापस निकल ही रहे थे कि अचानक रास्ते में इमाम से मुलाक़ात हो गई, उन्होंने इमाम से पूरा माजरा बताया और सवालों के जवाब दिखाए, इमाम ने 3 बार फ़रमाया उस पर उसके बाप क़ुर्बान जाएं।
अलमदारे करबला अब्बास इब्ने अली अ.।
- में प्रकाशित
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- स्रोत:
- विलायत पोर्टल
दुश्मन को पता था कि जब तक अब्बास के हाथ सलामत हैं कोई उनका रास्ता नहीं रोक सकता। यही वजह थी कि हज़रत अब्बास के हाथों को निशाना बनाया गया
अक़ीलाऐ बनी हाशिम जनाबे ज़ैनब
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
यह वाक़ेया है कि जिस तरह इनके आबाओ अजदाद , माँ बाप और भाई बे मिस्ल व बे नज़ीर हैं इसी तरह यह दो बहने भी बे मिस्ल व बे नज़ीर हैं।
जनाबे उम्मे कुलसूम बिन्ते इमाम अली (अ.स)
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मोहम्मद मीसम नक़वी मेरठी
- स्रोत:
- किताबे उम्मे कुलसूम दुखतरे आफताब/फारसी/राहेला शाहमुरादीज़ादे/शिफा पब्लिकेशन/मशहद ईरान
जनाबे उम्मे कुलसूम का विवाह आपके ताऊ के पुत्र औन बिन जाफर बिन अबुतालिब से हुआ था
इमाम हुसैन की चहेती बेटी जनाबे रूक़य्या बिन्ते हुसैन
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
केवल यही लिखते हैं कि वह बच्ची चार साल की थी
फक़ीहे आले मौहम्मद हज़रत मुस्लिम इब्ने अक़ील
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
- स्रोत:
- tvshia.com
जब कूफ़े के लोगों ने इमाम हुसैन (अ) को पत्रों के माध्यम से सूचित किया कि वह आपकी बैअत करने के लिये तैयार हैं तो आपने हज़रत मुस्लिम को कूफ़ा भेजा कि आप जाकर इमाम हुसैन (अ) की तरफ़ से लोगों से बैअत लें
मुस्लिम बिन अक़ील अलैहिस्सलाम
- में प्रकाशित
शिया मुसलमान कूफे में जनाब मुख्तार के घर में आकर जनाब मुस्लिम को देखने और उनके हाथ पर बैअत करने लगे
ख़दीजा ए कुबरा (अ)
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
- स्रोत:
- किताबे सर चश्म ए कौसर उम्मुल मोमिनीन ख़दीजतुल कुबरा अ.स
जन्नत की अफ़ज़ल ख़्वातीन, ख़दीजा बिन्ते ख़ुवैलद, फ़ातेमा बिन्ते मुहम्मद (स), मरियम बिन्ते इमरान और आसिया बिन्ते (फ़िरऔन की बीवी) हैं।
हज़रत ख़दीजा सलामुल्लाहे अलैहा
- में प्रकाशित
हज़रत ख़दीजा सलामुल्लाहे अलैहा के दूरदर्शी व सूझबूझ वाली महिला थीं
हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
जब हम हक़ पर है तो राहे खुदा मे मरने मे कोई खौफ नही।