विभिन्न
मूसा (अ.स.) फ़िरऔन और ज़ंजीर ज़नी
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना ज़की हैदरी साहब
- स्रोत:
- shaheederabe.com
यह वही ख़ामेनाई है ना कि जिसने फ़तवा दिया कि ज़ंजीर ज़नी न करो ?
इस्लाम मे नमाज़ की इब्तेदा
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- आका हमीदी
इसके बाद जिबरईल (अ.स) ने नबी अकरम (स) को तालीम देने के लिऐ उसी पानी से वुज़ू किया और आप (स.अ.व.व) ने भी उनकी पैरवी की। फिर जिबरईल पैग़म्बरे अकरम (स) को नमाज़ पढ़ना सिखाया।
शराब का हराम होना
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यदा आबिदा नरजिस
- स्रोत:
- बोहलोल दाना
जिस तरह मिट्टी और पानी मिलकर इन्सान का सर फोङ सकते हैं- उसी तरह अगूंर और पानी मिलकर भी.......................
नब्शे क़ब्र (क़ब्र को खोलना)
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- लेखक:
- आयतुल्लाह सीसतानी साहब
- स्रोत:
- al-shia.org
किसी भी मुसलमान की क़ब्र को खोलना हराम है, चाहे वह बच्चे या पागल इंसान की ही क्यों न हो। लेकिन अगर उसका बदन मिट्टी में मिलकर मिट्टी बन चुका हो तो कोई हरज नही है।
जदीद फ़िक़ही मसाएल
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मरजए आलीक़द्र हज़रत आयतुल्लाह अल उज़मा अलहाज आक़ाए सय्यद अली अल हुसैनी अल सीस्तानी
बाज़ अफ़राद एक अर्से तक ग़लत वज़ू और ग़ुस्ल करते हैं और कई साल इस तरह नमाज़, रोज़े और हज बजा लाने के बाद जब इन्केशाफ़ होता है के वज़ू और ग़ुस्ल बातिल थे
मोमिन की मेराज
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- आयतुल्लाह ख़ामेनई के बयान की रौशनी में
पाँच टाइम की नमाज़ें भी एक अवसर है जिसमें इन्सान ख़ुदा के साथ अपनी आत्मा के तार जोड़ सकता है,
एतेकाफ़ की फज़ीलत और सवाब
- में प्रकाशित
एतेकाफ़ यानी मस्जिद में इबादत की नियत से रुकना एतेकाफ़ है एतेकाफ़ की महानता के बारे में यही काफ़ी है कि इसको ईश्वर के घर काबे और रुकूअ और सजदे के बराबर समझा गया है जैसा कि अल्लाह
सोशल नेटवर्क पर नामहरमों से चैट के बारे में आयतुल्लाह सीस्तानी का फ़तवा
- में प्रकाशित
जब बीवी या संतान इन्टरनेट पर गुप्त सम्पर्क स्थापित करें तो वह उन्हें इस कार्य से रोकें?
वह वस्त्र जिनका पहनना हराम है
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- स्रोत:
- tvshia..com
मर्दों के लिये शुद्ध रेशम के और ज़रतार (चमकीले तारों वाले) कपड़े पहनने हराम हैं
नमाज़ का फ़लसफ़ा
- में प्रकाशित
क़ुरआन मे ज़िक्र हुआ है कि उस अल्लाह की इबादत करो जिसने तुमको और तुम्हारे बाप दादा को पैदा किया।