अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

इमामे हसन (अ)

हक़ और बातिल के बीच की दूरी ??

 हक़ और बातिल के बीच  की दूरी ??

इमाम ने फ़रमायाः वाय हो तुम पर क़ौसे क़ज़ह न कहो, क्योंकि कज़ह शैतान का नाम है, वह ईश्वर का धनुष हैं और नेमतों की अधिकता और उस क्षेत्र के लोगों के लिये बाढ़ से अमान की निशानी है।

अधिक पढ़ें

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय  इमाम हसन अलैहिस्सलाम का पालन पोषन आपके माता पिता व आपके नाना हज़रत पैगम्बर (स0) की देख रेख में हुआ।

अधिक पढ़ें

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी।

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी। यह आदमी मदीने में इमाम हसन का मेहमान बना और पैग़म्बरे इस्लाम स.अ. एवं उनके अहलेबैत का श्रद्धालु बन गया।

अधिक पढ़ें

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।

अधिक पढ़ें

शहादते इमाम हसन

शहादते इमाम हसन और जब इमाम शहीद हो गऐ और उनके जिस्मे अतहर को रसूले खुदा (स.अ.व.व) के रोज़ाऐ मुबारक मे दफ्न करने के लिऐ ले जाया जाने लगा तो मरवान बिन हकम और सईद बिन आस आपके वहा दफ्न होने की मुखालिफत करने लगे और उनके साथ-साथ आयशा भी मुखालिफत करने लगी और कहने लगी कि मै हसन के यही दफ्न होने की बिल्कुल इजाज़त नही दूंगी क्यो कि ये मेरा घर है।

अधिक पढ़ें

ईश्वरीय दूतों का वियोग

ईश्वरीय दूतों का वियोग मैं मोहम्मद के धर्म का आदर करता हूं। यह एक जीवित और प्रगतिशील धर्म है।

अधिक पढ़ें

आपका कमेंन्टस

यूज़र कमेंन्टस

कमेन्ट्स नही है
*
*

अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क