इमामे मोहम्मद तक़ी(अ)
इमाम तक़ी अ.स. का एक मुनाज़ेरा
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
- स्रोत:
- सीमाये पीशवायान/मेहदी पेशवाई
इस बात पर तमाम अब्बासी मामून पर ऐतेराज़ करने लगे और कहने लगे कि अब जबकि अ़ली इब्ने मूसा रिज़ा अ.स. इस दुनिया से चले गये और खि़लाफ़त दुबारा हमारी तरफ़ लौटी है तो तू चाहता है कि फिर से खि़लाफ़त को अ़ली की औलाद को दे दे हम किसी भी हाल में यह शादी नहीं होने देगें।
इमाम मौ. तक़ी अलैहिस्सलाम का शुभ जन्मदिवस
- में प्रकाशित
किंतु उनकी दृष्टि में न्याय को स्थापित करने, अधिकारों को दिलवाने, अन्याय को समाप्त करने और .............................
इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात
- में प्रकाशित
उस वक्त इमाम ने उसकी दिलजोई के लिये और उसके नुक़सान को पूरा करने के लिये एक रक़म उसको अता फरमाई।
हज़रत इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम की शहादत
- में प्रकाशित
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- स्रोत:
- irib
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के वंश से थे और उन्होंने अपनी छोटी सी आयु में ज्ञान और परिज्ञान के मूल्यवान ख़ज़ाने छोड़े हैं।
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम
- में प्रकाशित
आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दूसरे इंसानों से सहयोग की आवश्यकता होती है वह दूसरों की सहायता और संपर्क के बग़ैर अपनी क्षमताओं और योग्यताओं पर निखार
इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम की शहादत
- में प्रकाशित
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम का कृपालु व्यवहार दीन-दुखियों को समीर की भांति शांति देता था और उनका खुला हाथ निर्धनों को ख़ुशी देता था।
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