अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

शादी

शादी

पढ़ने वाले: मौलाना सैय्यद असकरी रज़ा रिज़वी मेरठी
एल्बम: अहकाम (मामलात)

इस प्रोग्राम मे बताया है कि क़ुरआन और हदीसो मे शादी की बहुत फज़ीलत बताई गई है। आखिर मे जहेज़ और महेर पर रौशनी का मुतालेबा नही करना चाहिए और बेहतर है कि जहेज़ से पहले महर दे दिया जाएँ।


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