अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

तहारत 2

तहारत 2

एल्बम: अहकाम (इबादात)

इस प्रोग्राम मे बताया गया है कि वज़ू मे किसी अंग को एक बार धोना वाजिब है दो बार धोना मुस्तहेब है तीन बार धोना हराम है मसह 2 तरह से होता है (1) सर का मसह (2) पैरो का मसह अगर किसी के बाल बड़े हैं तो उसके लिए यह आवश्यक है कि कँघी करे और खाल का मसह करे।


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