जुदूले तारीख़े चान्द और ताबीरे ख़्वाब
तारीख़ शब ताबीरे ख़्वाब
पहली इस शब का ख़्वाब सही नहीं होता।
दूसरी इस शब का ख़्वाब सही नहीं होता।
तीसरी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
चौथी इस शब का ख़्वाब सही है मगर इसकी ताबीर देर में ज़ाहिर होगी।
पॉचवीं इस शब का ख़्वाब सही है मगर इसकी ताबीर देर में ज़ाहिर होगी।
छठी इस शब का ख़्वाब सच्चा है ताबीर एक दो रोज़ बाद ज़ाहिर होगी।
सातवीं इस शब का ख़्वाब सच्चा है।
आठवीं इस शब का ख़्वाब सच्चा है।
नवीं इस शब के ख़्वाब की ताबीर बर अक्स है और बरिवायते इसकी ताबीर इसी रोज़ ज़ाहिर
होगी।
दसवीं इस शब का ख़्वाब झूठा है और बरिवायते इसकी ताबीर बीस रोज़ में ज़ाहिर होगी।
ग्यारवीं इस शब का ख़्वाब सही है मगर इसकी ताबीर देर में ज़ाहिर होगी और बरिवायते तीन
रोज़ में ज़ाहिर होगी।
बारहवीं ख़्वाब इस शब का सही है मगर ताबीर दोर से ज़ाहिर होगी।
तेरहवीं इस शब का ख़्वाब सही है और ताबीर नौ रोज़ में ज़ाहिर होगी और बरिवायत इस रात का
ख़्वाब झूठा है।
चौदवीं इस रात का ख़्वाब सही है उसकी ताबीर 26 या 40 दिन के बाद ज़ाहिर होगी।और बरिवायत
इस रात का ख़्वाब झूठा है।
पन्द्रहवीं इस शब का ख़्वाब सही है ताबीर तीन रोज़ बाद ज़ाहिर होगी और बरिवायते इसकी ताबीर बर-
अक्स है।
सोलहवीं इस शब का ख़्वाब सही है मगर ताबीर देर मे ज़ाहिर होगी।
सत्रहवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
अठठारवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
उन्नीसवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
बीसवी इस शब का ख़्वाब सही और मोअस्सिर है।
इक्कीसवी इस शब का ख़्वाब झुठा है।
बाईसवी इस शब का ख़्वाब सच्चा है।
तेईसवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
चोबीसवी इस शब के ख़्वाब की ताबिर बरअक्स है
पच्चीसवी इस शब का ख़्वाब झुठा है।
छब्बीसवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
सत्ताईसवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर बरअक्स है।
अठठाईसवी इस शब के ख़्वाब की ताबीर सही है और उसी रोज़ ज़ाहिर होगी और बरिवायते बरअक्स है।
उन्तीसवीं इस शब का ख़्वाब सही है ताबीर इसी ज़ ज़ाहिर होगी।बारिवायते इस शब का ख़्वाब झुठा है।
तीसवीं इस शब का ख़्वाब रास्त सही और मुअस्सिर है।
ख़्वाबों की ताबीर
- बतर्तिब हुरूफ तहज्जी –
(अलिफ-अ)
अमीरूलमोमिनीन या औसिया को देखना।
आईन दीनो इमान से माहिर हो।अदलो इन्साफ ज़ाहिर हो।ख़ैरो बरकत हासिल हो और औलाद से मसरूर दिल हो।
2. अंबिया को देखना
हुकूमत हाथ आये रहमत व इज़्जो शरफ पाये दौलतो नअमत मिले नुसरतो कुवत मिले।
3. इल्यास (अ.) को देखना
उम्र दराज़ हो कौम की हमदर्दी हो दरिया से मंफ़अत हासिल हो और मकसूद को पहुंचे।
4. अय्युब (अ.) को देखना
किसी दर्द से सदमा हो माल तलफ़ हो औलाद से जुदाई हो फिर खुदा तआला के रहमो करम से पहले सेज़्यादा हर चीज़ हाथ आये।
5 इस्हाक (अ.) को देखना
मुसीबतो हलाकत मेगिरफ्तार हो लूकिन जल्द रिहाई हासिल हो
6. इस्माईल(अ।) को देखना
हद से ज़यादा ख़ैरो बरकत वाला हो।मस्जिद बनवाने इरादा हो।
7. इब्राहीम (अ.) को देख़ना
नेक आमाल की तरफ राग़िब हो।हज व ज़ियारते मुक़ददिसा की तौफ़ीक हासिल हो
8. इदरीस (अ.) को देखना
हुक्काम के नज़दीक इज़्जत हासिल हो बुसन्द दर्जा और बुजुर्ग हो कौम की सरदारी मिले
9. आदम (अ.) को देखना
कौम की सरदारी मिले।
10 इसराफील को देखना
उम्र दराज़ हो औऱ ईज़ो मुतआल की रहमत हो।
11. इसराफील को सूर फूँकते हुए देखना
संग दिल आसूदा हाल व मालदार हो और फ़ासिक ज़लीलो ख़्वार हो।
12, आसमान देखना या आसमान पर जाना।
मर्तबा बुलन्द और रोज़ी ज़्यादो हो।
13. आसमान पर जाकर वापस आना.
मौतौ और क़ते ज़िन्दगी की दलील है सदका दे ताकि मुसीबत से निजात मिले।
14. आसमान पर अपने को उड़ते देखना.
हजो ज़ियारात मुकददिसा से मुशर्रश होने का सफर दर पेश है।
15. आशमान से ज़मीन पर गिरना
पहली बीवी को तलाक दे और दुसरी बीवी से इत्तफाक करे।
16. आसमान के दरवाज़े खुलने
रोज़ी मे वुस्अत पाये ख़ैरौ बरकत मे ज्यादती हो।
17. आसमान पर फरिश्तो से बातें करना या तस्बीह पढ़ना
नेकी और साआआदत हासिल हो और हजो ज़ियारत से मुश् — ररफ हो
18. आसमान पर फरिश्तो से इत्तेहाद करना
मुत्तकियों से सोहबत हो।परहेज़गारी की आदत हो।
19. उडना अपने मकान से
घर में ग़म व मुसीबत हो गुनाहो से इस्तिग़फार करे।
20. आसमान पर उड़कर बैठना
हुकूमत मिले या ओहदे मे तरक्की हो दिली मुराद पाये।
21. अबुलहब अबूजेहल को देखना
नहूसतो फितूर की दीललहै सदका दे।
22. उड़ना एक मकान से या दीवार से दुसरी दीवार पर.
दुसरा औहदा मिले किसी शहर बस्ती मे जाये।
23 उड़ना जानवर की शक्ल में.
कौम की सरदारी या खूबलूरत औऱत मिले।
24. उड़कर दरख़्त पर बैठना
बुजुर्गो के साथ सफ़र करे और रूत्बा बलन्द हो मंफअत हाथ आये।
25. उड़ना बॉये हाथ रात को
सफर दरपेश आये कम मंफ़अत हाथ लगे।ज़हमत व रंज और अलम का सामना हो।
26. आफ़ताब और असासुलबैत देखना।
मोमिन दौलतो नफा और इज़्जत पाये काफ़िर या मुखालिफ मुसीबत मे गिरफ़्तार हो।
27. आफ़ताब से पानी पीते देखना
फरज़नद सालेह पैदा हो बरकत औऱ खुशी हासिल हो।
28. अशर्फी पाना
रियासत या सरदारी मिले. ग़म से निजात हो बिमार को शिफा हासिल हो
29. आबसतन (हामिला) होना
औरत देखे तो बीमार हो मर्द देखे तो दौलत हशमत हासिल हो।
30 अल्मास को देखना
हाकिम के दरबार मे रसाई हो आबरू बढ़इज़्ज़त अफ़ज़ई हो।
31. आहु (हिरन) देखना.
बाकेरह औरत मिले
32. आहू छुट जाये
ज़ौजा से रिश्ताये मोहब्बत टूटे।
33. आहू का बच्चा देखना.
फ़रज़न्द मिले दुश्मन बद खवाह पर कामयाब हो।
34. आहू (मादा हिरनी) को ज़िब्हा करना
खुबसूरत बकिरा औरत से मुबाशेरत हो नंगो नामूसो हुरमत ज़ाया हो।
35. आहू (नर)को ज़िब्हा करना
लोगों मे बदनाम हुआ इस्तिग़फार करे।
36. आहु सहराई का राममुतीअ होना
औरत बाकरा ताजदार हो।राहत मिले ऐशो इशरत में इज़ाफा हो।
37. अनन्नास या अख़रोट दोखऩा
आरज़ू बर आय़ए आबरू मिले फरज़न्द मुतवल्लिद हो।
38. अंगूर सफैद रंग देखना या खाना
हाकिम से बेहद फायदा हो कारोबार मे इज़्जत बढ़े औऱ कामयाबी हो।
39. अंगूर सियाह देखना
हाकिम से रंज हो किसी काफ़िर या मुस्लिम से वास्ता पड़े।
40. अंगूर का अर्क निकालना
बादशाहो हाकिम से इनाम मिले फरहतो आराम हासिल हो।
41. इंजीर देखना या खाना
माले हलालो पापिज़ा मिले तआम शीरीं खाये।
42. इंजीर का दरख्त या पत्ता देखना
सख़्तबीमारी मे मुब्तिला हो फिक्र अंदेशे का सामना हो।
43. इलाईची देखना
दौलतों इखबाल मे तरक्क़ी हो दिली खुशी हासिल हो।
44. अमरूद या आम देखना या पाना
फऱज़न्द मिले रोज़ी हाथ लगे।
45. आलू बुख़ारा या आम देखारा या आडू देखना
बीमार क शिफा हो मंफ़अत और खुशहाली हासिल हो।
46. आलु या अरवी देखना या खाना
फरमांबरदार औरत पायेगा।बेटा पैदा होगा।
47. इम्ली या आंवला खाना
वस्ले हबीब हो या बीमारी से शिफ़ायत हो।दौलतो फ़रजंद मिले तकलीफ दूर हो।
48. अनारे तुर्श देखना या खाना
जिस्म आबलादार हो या किसी तकलीफ मे मुबितला हो।
49. अब्रे (बादल) साया किये हुये देखना
बुलन्द दरजा और मालो दौलत मे तरक्की की दलील मे मुब्तिला हो।सख्ती व ग़म से वास्ता पड़े।
50. अब्रे सुर्ख सर पर देखना
किसी बला में मुब्तिला हो।सख्ती व ग़म से वास्ता पड़े।
51. अब्रे (बादल) सफेद देखना
रियासत बढ़े दौलत मे इज़ाफा हो अशिया की कीमतें मे कमी हो।
52. अब्रे सियाह देखना
बुरा है खौफो हिरासत से तकलीफ हो।नहूसत की अलामत है।
53. अब्र पर बैठना या अब्र का हाथ मे होना।
दौलत व इल्म बेहिसाब हो।हुकूमत व आराम मे बेशुमार इज़ाफ़ा हो।
54. ओला खाना या उसका पानी पीना
दौलतो प़रहत हासिल हो जिस्मानी अमराज़ से सेहत हो।
55. ओले आसमान से गिरते देखना
सख़ती व मलाल की दलील है।
56. अश्नान करना या देखना
ग़मो गुस्सा ख़ाये अचानक बीमार हो।
57. आँख से खून देखना
फरज़न्द की तरफ मलाल हो।किसी दूसरी सूरत से माल ज़ाया हो।
58. अंधे होते अपने को देखना
मर्गे फरज़न्द का अलम उठाये बिरदर से छुटने का अलम उठआये बिरादर से छुटने का ग़म
हो मुलाज़मत से मा जूली हो. तंगिये रिज़्क की तवालत हो।
59. अँख बाहर निकलते देखना
मकान या बाग या वतन या फरज़द याबिरादर से जुदाई हो दुसरे मुल्क या शहर मे रसाई हो।
60. आँधी चलते देखना
बलाये नागहानी की अलामत है नुक्सान और तंगदस्ती का बाएस है।
61. अज़दहा देखना
ज़ालिम हाकिम से तकलीफ पहुंचे (सदका मुसीबत से निजात का बाएस है)
62. उँगलियाँ कटती देखना
औलाद या अज़ीज़ से जुदाई हो किसी बड़े काम के सबब ज़िल्लत रूस्वाई हो।
63. अज़दहा काबू मे लाना
मर्दे बुजुर्ग पर काबू पाये दुशमन पर कामयाबी हासिल हो।
64. आँत अशयाए शिकम देखना
मालो हलाल हाथ आय़े कुव्वत व तवंगरी पाये
65. उंगलियाँ मुतफर्रिक देखना
मालो दौलत हाथ से जाये मुफ्लिसी औऱबदहाली का सामना हो।
66. आबरेशम देखना
सफर को जाये दौलत नफा पाये।
67 आईना देखना
कुशादगीए रिज़्क हासिल हो. मुशिकल काम सहलो आसान हो. मुशिकल काम सहलो आसान हो अगर औरत देखे औलाद से गोद भरे।
68. आबदस्त करना
माल या ख़ज़ाना हाथ आये
69 इस्तख़्वॉ (हड़डी) देखना
सालिम देखे कुव्वतो दौलत मिले शिकस्ता देखे तो हलाकतो नुसीबत में पड़े।
70. आग का शोला देखना
माल का नुक्सान हो।
71. आग कबज़े मे पड़े देखना
जिन्स की फ़रोवानी हो नर्ख मे अरज़ानी हो।
72. आतिश बग़ैर धुऐ के देखना
हाकिम के यहॉ रसाई हो मुराद पूरी हो।
73. आतिशकदा या काफिरो का इबादतखाना देखना
खैरो बरकत ज़्यादा हो रोज़ी का दरवाज़ा खुले इबादत की तौफ़ीक हो।
74. इब्लीस को देखना
दुशमन के मक्रो फरेब से ख़ौफ़ हो लाहौल पढ़े।
75. उल्लु को पकड़ना
नहुसत बिमारी ज़्यादा हो फ़ालिक़ो फाजिर अशखास और मुफ़सिदीन से दोस्ती हो।
76. उल्लू उड़ते देखना
बला दुर और बिमारी से शिफा हो अईज़्जता और बीवी से रंजिश हो।
77. आवाज़े अक़ामतो अज़ान
इज़्ज़तो मंफअत मिले शोहरत हो।
78 ऊँट पर सवार होना
सफर दरपेश हो।
79. ऊँट से गिरना
बिमारी की दलील है।
80. ऊँट को देखना या ज़िब्हा करना
सरदारी मिले दुश्मन जलील हो।
81. ऊँट के पीछे चलना या गिर्द फिरना
हलाकतो बिमारी और रंजो ग़म की अलामत है।
82. अंडे अपने पास देखना
अगर अंडा मुर्गी का देखे तो कुश्दगीऐ रिज़्क और चिड़िया का मुनाफे की सबील है।
83. आबदी देखना
काम मे वुस्अत और ज़्यादा मुनाफा मिले।दुनिया की बहतरी औरमकसद मे कामयाबी हो।
84. अंगुठी पहनना
दौलतो इकबाल की दलील।
85. अंगूठी या नगीना गुम होना
हुकूमत में फितूर हो क़द्रो मंजिलत में ज़वाल आये।
86. अंगुठी सोने की देखना
औरत देखे तो खूब है मर्द देखे तो बुरा है।
87. अंगूठी चॉदी की देखना
तवल्लुदे फरज़न्द से दिलशाद हो या मालो मवेशी की कसरत हो।
88. अंधरा देखना
ज़लालतो गुमराही और नहूसत की दलील।
89. इज़ारबन्द देखना
नेक औरत मिले।
90 अरार्ह देखना
मर्द देखे तो फरज़न्द या भाई या दौलत पैदा हो।औरत देखे तो सोकन का ग़म उठाये।
91. आटा गेहूँ बरसते देखना
रिज़्क कुशादा हो बल्कि शहर के लिये मंफअत की दलील है।
92 अंगिया पाकिज़ा देखना
औरत देखे तो इज़जत और मालो रूत्बा मर्द देखे तो तकलीफ पाये।
93. अबाबील देखना या पाना
मुराद मिले ग़म दुर हो महबूब से मुलाक़ात हो।
94. अबाबील का मारना या फैंकना
अपने महबूब से जुदाई।
95. आँख तारीक देखना
आँख की बिनाई ज़्यादा हो फ़रज़न्द की बिमारी से महजून हो।
96. आडू देखना
आडू का दरख्त ख़्वाब में देखा जाय तो माल मिलने की बशारत है।
97. आँसू
सर्द आँसू बहते देखनाशादी या खुशी का मोजिब है और अगर गर्म आँसू देखे तो रंजो अलम की निशानी है।
98. आँख
आँख को रौशन देखना किसी बुजुर्ग से फैज़ हासिल होने के मुतरादिफ है।
99. आम
ख़्वाब मे आम देखना या मिलने की अलामत है।और खाना रोज़गार मिलने की अलामत है।
100. आवाज़
अगर ख़्वाब मे मर्द की आवाज़े बुलन्द सुने तो बुज़र्गी हासिल होने की अलामत है।
101 आईना
ख़्वाब मे आईना देखना मर्तबाए विलायत हासिल होने के मुतरादिक है।
102. आज़न
आज़ान का सुनना परहेज़गारी की अलामत है।
103 अख़बार
ख़्वाब मे अखबार पढ़ना इल्मो अमल की तरक्की का बाएस है।
104. अजवाईन
रंजो ग़म में मुब्तिला होने काबाईस है।
105. इस्बग़ौल
रंजो ग़म मे मुब्तिला होने की अलामत है।
106 इसितिग़फार करना
दिली मुराद बर आने की दलील है।
107. अफ्यून
ग़म व अन्देशां दरपेश आने की अलमत है।
108. अल्सी
माल हलाल की मंफ़अत का बाईस है।
109 इमामत करना
क़ौम का सरदार बनने की अलामत है।
110. इंजन देखना
ताकतवर होने की दलील है।
111. अंगीठी
अंगीठी मे ऊद या अगर जलाना गुलाम या कनीज़ हासिल करने की अलामत है।
112. ऊन
हलाल जानवर की ऊन देखना माल हलाल जमा करने की दलील।
113. - -
हराम जानवर की ऊन देखना नुक्सान का बाएस है।
114. ऐलवा
अगर खाये तो ग़म व अन्दोह में मुब्तिला हो नखाये तो खुशी हो।
115. ईट
पानी या माल जमा करना माल व दौलत जमा करने की निशानी है।
(
बे-
ब)
1. बरेहना अपने को देखना।
खैरो बरकत ज़ाहिर हो अन्दोह ग़म से निजात हो फ़ासिक देखे ज़लील हो।
2. बरेहना करते अपने को देखना
अक़्रबा से जुदाई हो तन्हाई में मुब्तिला हो।
3. बरेहना किसी को देखना
मर्दे सालेह और वाक़िफ़े असरार हो माल दुनिया की तलब हो।
4. बाल बग़ल के जलते देखना
मेहनतो कदूरत से छटकारा मिले लोगों की मिन्नत से बे परवाई हो।
5. बाल दाढ़ी के लम्बे देखना
मर्दे के सामने इज़्ज़तअफज़ाई हो
6. बाल लबों के चुनते देखना
कर्ज़ से निजात पाऐ, ग़मो अंदोह दूर हो।
7. बाल पेशानी पर उगे देखना
क़र्जदारी के दलील बाएसे मेहनतो मशक़्कत है।
8. बाल सर के मुंतशिर या लम्बे देखना
अगर सफैद बाल देखे तो फ़रहतो शादमानी हो सियाग देखे तो परेशानी।
9. बाल सर के खींच कर लम्बे करते देखना
रंजो ग़म और मुसी बत दर पेश आये।सदका दे।
10. बाल सर के मोड़ते देखना
खुशी हासिल हो परेशानी दूर हो।
11. बाल सर के झड़ते देखना
तकलीफो बीमारी दूर हो क़र्ज़ की अदायगी हो।
12. बाल अपने सर के शौहर को काटते देखना।
शौहर तलाक दे या घर स् निकाल दे।
13. बाल अपने सर के औरत को खुद काटना
औरत शौहर से बेज़ार हो बदकारी मे गिरफ्तार हो या अपना पर्दा फाश करे।
14. बाव सर के मुँढवाना
रंजो मुसीबत से रिहाई हो अमानत से सुबुत्दोश हो कर्ज़ की अदायगी हो औरत देखे फरज़न्दस पैदा हो फरहतो मसर्रत हासिल हो।
15. बाल सर के खुल जाते देखना
शौहर सफर से आये या कुंवारी को शौहर मिले।
16. बिजली गिरते देखना
मर्गे नागहानी का ख़ौफ़ हो बला व क़हत की दलील है।
17. बिजली चमकते देखना
दौलत तवंगरी से परेशान हो मोहताज को तवंगरी मिले।
18. बर्फ गिरते देखना
दौलत की निशानी है।ग़ैर मौसम में नुक्सान और परेशानी है
19. बर्फ देखना या खाना
बीमार को सेहत हो गमग़ीन को फरहतो खुशी हो
20. बाग़ का मैवा खाना
दौलत मे तरक्की ग़म से छटकारा अयाल से आराम मिले उम्र दराज़ हो।
21. बहिश्त मे जाना औऱ फल खाना
दौलत से मसरूर हो रंजो ग़म दूर हो मीरास हलाल पाये वालदेंन को आराम पहुँचाये।
22. बाजु अपना कटा देखना
भाई य़ा कोई दूसरा अज़ीज मर जाये राहतो आराम मे खलल आये।
23. बाजूबन्द लोहो का देखना या पाना
दलीले कुव्वत व तवंगरी है मोजिबे फतहो कामरानी है
24. बाज़बल्द सोने का या चाँदी का देखना
मर्द देखे तो खूबसूरत औरत मिले औरत देखे तो लड़की हो या ज़ेवर बनाए।
25. बुन्दा या बालिय़ॉ देखना
मर्द देखे तो मालदार खूबसूरत औरत मिले औरत देखे तो लड़की हो या ज़ेवर बनाये।
26. बल्ग़म मुँह निकलते देखना
ग़म वअन्दोह से रिहाई मिले इशरत का सामना हो।
27. बर्स अपने या किसी के देखना
माल हराम हाथ लगे खोटा रूपया मिले।
28. बाला खाना या बड़ी इमारत देखना
दौलत पाये ग़म से बेख़ौफ हो।
29. बादाम देखना
फसाद में मुब्तिला हो नुक्सान पाये।
30. बीयर (बूज़हा या शराबब) देखना या पाना
मर्द बख़ील से कुछ हाथ लगे या खुद तवंगर बख़ील हो जाये।
31. बालाई देखना
नेअमत खाने मे आये बेअंदाजा दौलत हाथ लगे।
32 बाजे खुशी के देखना
बलन्द मर्तबा व नफा औऱ कुव्वत है सरदारी की अलामत है।
33. बॉसरी देखना
अगर खुद बजाये तो फक्रो अन्देशा दरपेश हो अगर दूसरे को देखे तो तक़रीब हो।
34. बॉसरी बजाते औरत को दखऩा
पसन्दीदा महबूब कुर्बान हो या किसी खुश आवाज़ गाने वाली पर फ़रेफ्ता हो।
35. बिगुल वगैरा देखना
होलनाक ख़बर सुन्ने मे आए हाकिम का शिकवा ज़बान पर आये।
36. बिगल वग़ैरा की अवाज़ सुनना
फरहतो शादमानी और नामवरीव शोहरत की निशानी है।
37. बेड़ी या तौके आहनी देखना
कुर्फो गुमराही का मोजिब है औऱ शामत व तबाही है।
38. बिस्तर नया देखना
बादशाह का मुकर्रब होना नावरी औऱ शौहरत हो।
39. बाग घोड़े की देखना
दौलत व इल्म हाथ आये अहले दानिश से फ़ायदा उठआये।
40. बागडोर देखना
दौलत ज़्यादा हो तवंगरी से दिल शाद हो।
41 बकरी का खो जाना
फरज़न्द या अज़ीज़ ख़िलाफ हो जाये या नौकर भाग जाये।
42. बकरी खरीदना या चुराना या पकड़े देखना
कौम की सरदारी मिले।
43. भैस का देखना
मर्दको इज़्जत मिले हाकिम की रिफाकत मिले।
44. भैस खञरीदना
एक बड़े गिरोह की सरदारी मिले दौलतमन्द हो।
45. बछड़ा देखना
मालदार और जिविक़ार हो
46. भेड़िया देखना
सख़्त दुशमन से मुकाबला हो या ज़लिम हाकिम की मुलाज़मत मिल।
47. भेड़ियोँ से लड़त देखना
अगर भेड़िया ज़ेर आये तो दुश्मन पर फ़तह हो अगर भेड़िया ग़ालिब हो दुश्मन से शिकस्त
खाये।
48. बन्दर को देखना
किसी लाइलाज जख़्म से अज़ियत उठाये बीमारी या दर्दे सरी में मुबतिला हो।
49. बन्दर को अंपने घोड़े पर सवार देखना
अपनी औरत की बहुत हिफाज़त करे व फासिद मर्द के फ़साद का अन्देशा लाहिक हो।
50. बन्दर या बिल्ली पर सवार देखना
बीमारी नाउम्मीदी. सरगरदानी की दलील है।
51. बिल्ले या बिल्ली को देखना
रिज़्क में कुशादगी हो मालो दौलत में तरक्की हो य़ा घरेलू चोर से नुक़्सान हो
या थोड़े दिनों के लिये बीमारी का सामना हो।
52. बन्दर को घर मे आते देखना
अगर नर है तो मर्द मक्कार कुछ फ़साद करे अगर मादा देखे तो जादुगरनी जादू करे।
53. बिल्ली का कोई चीज़ छीन कर खाना
रिज़्क मे वुस्अत हो ग़ब से माल मिले दुशमन पर कामयाबी हो ज़ालिम हाकिम मेहरबान हो।
54. बिच्छू देखना
ज़ालिम हाकिम मेहरबान हो।
55. बिच्छु का डंक मारना
किसी क़राबतदार या किसी बदतीनत से लड़ाई हो।
56. बिच्छु शलवार में देखना
दुश्मन उसकी औरत या नौकरानी से इत्तिहाद करे या फसादकरे।
57. बिच्छु पकाकर या तल कर खाना
मुखालिफ का माल हाथ लगे या बमिक़्दार गोश्त माल पाये।
58. बिच्छु से बात करना
कोई औरत ज़बानदराज़ी करे नौबत फ़साद पहुँचे।
59. बैल पर घर मे ग़ल्ला लाना
रोज़ी में वुस्अत हो माल मे नफ़ा व बरकत हो।
60. बैल पर सवार होना
मालो नेअमत मिले।
61. बैल का कमज़ोर देखना
तंगदस्ती व क़हतसाली हो बीमारी या परेशानी हो।
62. बैल का सींग मारना
ओहदे से माज़ुल हौना।
63. बैल मोटा या मियाना देखना.
बारिश ज़्यादा हो चीजें सस्ती हों दौलतो माल ज़्यादा हो।
64. बीमार को बेहाल देखना
सेहत व फ़रहतो राहत हासिल हो।
65. बीमार से सख़्ती करते देखना
तमाम कामों मे वुस्अत हौ जिस चीज़ की उम्मीद न हाथ लगे राहतो सेहत हो।
66. बीमार अपने आप को देखना
इबादत में सुस्ती व काहिल हो या दिल मसाफ़रत पर मायल हो।
67. बीमार को सब्रो शुक्र करते देखना
नेअमतो दौलत और सेहतो फ़रहत हासिल हो।
68. बीमार को रोते देखना
पहले क़द्रे नुक्सान बाद में उसका नेअमुल ब़दल हो।
69. बरछी देखना
दुश्मनपर फ़तह और तवंगरी हो खुद ब खुद कोई दुशमन ज़ाहिर हो फिक्रमन्दी का सामना।
70. बजाज़ को कपडा बेचते देखना
दौलतों अज़मत मिले तिजारत मे नफ़ा हो।
71. बजाज़ को देखना
दौलतों अज़मत मिले तिजारत मे नफ़ा हो।
72. भौंरा या भिंगार देखना
रंजो ग़म दुर हो फ़रहतो सुरूर हो।
73. भम्भीरी या बोट देखना
परागंदगी सरगरदानी हो दिल को परेशानी हो।
74. बच्चे को अपने पास देखना
नौकर चोरी करे या बच्चे मालिक का माल चुराय।
75. बुलबुल देखना
महबूबे खुश आवाज़से मलाकात हो।
76. बाज़ के पाँव मे घुंघरू देखना
दुख़्तरे नेक अख़्तर तवल्लुद हो दिल को बेहद फ़रहत मिले।
77. बाज़ का दामन में छुपना
फ़रज़न्द के तवल्लुद की खुशी हो या औहदा मिले।
78. बाज़ पकड़ना हाथ में या बुलन्दी पर देखना
सरदारी या नफा हासिल हो।
79. बाज़ शिकार या शहरी देखना
अपनी क़ौम मे सरदारी मिले
80. बत्तख पकड़ना या खाना
किसी हाकिम या सरदार से मालो दौलत मिले या औरत से मीरास पाये।
81. बत्तख देखना
अगर सफ़ैद देखे तो बेअन्दाज़ा माल पाये अगर सियाह देखे तो सियाह लोंडी से वास्ता पड़े।
82. बटेर का गौश्त खाना
हलाल रिज़्क या औरत का माल मिलना।
83. बटेर पकड़ना या देखना
दिलफ़रेब या जंगजू औरत मिले सेहतो आफित की बाशरत है।
84. बुतकदे मे जाना
मकरूहाते दुनिया मे मुबितला हो ब्राह्मण का मुलाज़िम हो।
85. बुत परस्ती करना
राहे बातिल से से मानूस और हुस्ने आख़िरत से मायूस हो।
86. बुत तोड़ना
दीन क़ायमो साबित हो बुलन्दीये मर्तबा हौ।
87. भीख मॉगना
मंफअत और मर्तबा मिले, इज़्जत बड़े फिक्रे मईशत जाये।
88. बादशाह को देखना
अगर ख़ुश देखे तो दौलतो इज़्ज़त पाये अगर ग़मगीन देखे नुक्सान पाये।
89. मुर्दा बादशाह को जिन्दा देखना
पुराने आईन जारी हों ज़ालिमो बदमाश आरी हों दौलतो नेअमत पाये तकलीफो मुफ्लिसी दूर हो।
90. बादशाह को लड़ते देखना
चीज़े सस्ती औऱ ग़ल्ला (अनाज वग़ैरा) कसरत से हो, मालो कुव्वत मे इज़ाफा हो।
91 बादशाह को शहर या कब्र मे देखना
इस जगह ज़िना या फ़साद हो अहले शहर को मुसीबत का सामना हो
92. बिल्लोर पाना या बेचना
कज़्जाब औरत से माल मिले या उनकी दलाली करे।
93. भाई आते देखना
दौलत की फऱावानी और चीज़ो की अरज़ानी (सस्ती) हो।
94. बैंगन या भिन्डी देखना
मर्द को सरसब्ज़ी और कुव्वत का इशारा औरत को हामिला होने की बशारत है।
95. भिन्ड़ी खाना
तवल्लुदे फरज़न्द हो।
96. बोसा लेते देखना
दलीले मसर्रत कामरानी है और इशरत की निशानी है
97. बारात देखना
शादी की बशारत है
98 बारे मासीयत सर पर देखना
गुनाह से तौबा करे सदका दे इस्तिग़फार करे।
99. भूचाल देखना
ग़म व मेहनत में मुब्तिला हो सदमों से दिल तहो बाला हो।
100. बादबांकुश देखना
उम्र दराज़ ज़ौजा खूबरू मिले मालो नेअमत और ख़ैरो बरकत हाथ आये।
101 बकरी या भेड़ पहाड़ी
अगर नर हो तो मर्द से फायदा उठाये अगर मादा हो तो औरत से मसर्रत हासिल हो।
102 बन्दूक देखना
दुश्मन पर ग़लिब आने से नाम हो या अच्छी ख़बर से खुश हो।
103. बात करना
हरज़बान में बात करना या सुनना खैरो शर में मुब्तिला होने के मुतरादिफ है।
104. बाजरा देखना
बाजरे की रोटी खाते देखना दिली मुराद बर आने की अलामत है।
105 बादाम
बादाम की गरी देखना मोजिब ख़ैरो नेअमत है।
106 बारह बुर्ज
ख़्वाब मे किसी बुर्ज दखने की ताबीर उस बुर्ज की ख़ासियत पर मब्नी है।
107. बावर्ची
अगर ख़्वाब में बावर्ची काम करे तो ख़ैरो बरकत का मोजिब है।
108. बाम
बाम पर देखना बुलन्द मर्तबे की दलील है।
109. बुख़ार
अपने को बुख़ार में देखना तंदरूस्ती और दराज़ीये उम्र की दलील है।
110 बख़्शता
अगर कोई शख़्श बखुशी बहुत से लोगो को कोई चीज़ बख़्शता देखे तो ख़ैरो बरकत का मोजिब है।
111. बदहज़मी
अगर कोई शख़्स ख़्वाब में बदहज़मी होती देखे तो माले हराम खाने और फ़साद करने की दलील है।
112. बरदा फ़रोशी
अगर ख़्वाब में बरदा फ़रोशों में अपने आप को देखे तो माले हराम हासिल करने और उसके बरबाद होने की दलील है।
113. बुढ़ीया
अगर ख़वाब मे बुढिया को देखे तो उम्र तूलानी होने के मुतरादिफ़ है।
114. बगला
ख़्वाब में बगला पकड़ते देखेतो किसी औरत केमाल से नफा पहुँचने की दलील है।
115. बिल्लौर
अगर ख़्वाब में बिल्लौर देखे तो ऐसी औरत से शादी होन् की दलील है जिससे निबाह न हो सकेगा
116 बुनियाद
अगर ख़्वाब मे देखें कि किसी मकान या शहर या क़िले की बुनियाद रख रहा है तो दुश्मनों से अमन में रहने के मुतरादिफ है।
117. बहरापन
ख़्वाब में बहरापन तहीदस्ती और तंगी का बाएस है।
118. भूख
ख़्वाब में भूक लगना बेहतर है।
119 .बेल्चा
बेल्चा देखना याकामकरना इज़्ज़तो विक़ार की दलील है।
120. बेलना
किसी से बेलना मॉगना नफ़ा और कामयाबी की दलील है।
121. बेहोशी
अगर कोई शख़्स अपने आपको ख़्वाब में बेहोश देखे तो किसी काम में हैरानी व परेशानी का मोजिब है लेकिन आख़िर कामयाब होगा।
122. बही
ख़्वाब में बही का देखना फ़रज़न्द होने का बाएस है।
123. भैसा
ख़्वाब में भैसा देखना किसी नौकर रखने या गुलाम ख़रीदने का मोजिब है।
124. बाईसकोप
ख़्वाब में बाईसकोप का तमाशा देखना ग़म से निजात पाने का मोजिब है।
125. बाईस्किल पर सवार हौना
बुलन्द मर्तबा और इज़्ज़त व एतहराम की अलाम़त है।
(पे.)
1. पैग़म्बरे खुदा (स.) को खुश देखना
कर्ज़ की अदायगी. शिफायाबी इज़्ज़ो शरफ में तरक़्क़ी और हाकिम के नज़दीक तक़र्रूब हासिल हो काफिर देखे तो मुसलमान हो दुनिया व आख़िरत में सुर्ख रू हो।
2. पैग़म्बरे खुदा (स.) को गज़बनाक देखना
दौलत को ज़वाल को ज़वाल आये त़हरे खुदा की निशानी है मोरिदे फ़ित्ना व फ़साद और घर की तबाही है।
3. पैमाने से बॉस नापते देखना
ओहदेदार बने।
4. पैमाना तोड़ना या जलाना
ख़ौफ़े मर्ग और हाकिम एताब की दलील देखने नाले के लिये तबाही है।
5. पैमाना देखना
अदलो इसाफ और कामयाबी की दलील है।
6. पील ताज़ा पक्की देखना
बद अस्लो जादूगर मिले और राहतो मंफअत मिले
7. परी देखना
मरातिबे बुलनद और दजतिहिसहो।
8. पिस्सू कपड़े से जुदा करना या देकना
अयाल के मसरफ से निजात पाये खुश हाली और फ़ारिगुल बाली हासिल हो।
9. परवाना देखना
हलाकतो सरगरदानी में मुब्तिला हो किसी शमा शमाएल से इत्तिहाद हो।
10. पशमीना देखना
इज़्ज़तो तैक़ीर पाये मालो मंफअत मिले।
11. पिंजरा देखना
अगर अपने आपको पिंजरे में देखे क़ैद हो अगर दूसरे को देखे तो क़ैद का सदमा उठाये।
12. पुल गिरते देखना
फिक्रो अन्देशें की निशानी हाकिम की तबाही व बरबादी।
13. पुले सिरात से दोज़ख में गिरना
गुनाहे कबीरा और बदकारी में मुब्तिला हो हाकिम जाबिर से खौंफ और जानो माल की तबाही।
14. पुले सिरात से गुज़रना
कुल्फत और बला से निजात पाये ज़िन्दगी भर रंजो ग़म से छुटकारा हो।
15. पुले सिरात को देखना
काम जईफतर हो हाकिम ज़ालिम से ख़तरा लाहिक़ हो।
16. पिस्तान देखना
औरत से घर आबाद हो दौलतो औलाद से दिलशाद हो।
17. पापोश नया पहनना
दुल्हन बाकिरा मिले ऐशो इशरत नसीब हो।
18. पापोश गुम होना
ज़ौजा की जुदाई हो (हुकूक़े शरीया वाजिबुलअदा को न भूलें)।
19. पापोश टूटना
ज़ौजा को रंजो मुसीबत का सामना हो।
20. पंजा कटा देखना
मुसीबत में गिरफ्तार हो।
21. पंजा हाथ का ख़ुशनुमा देखना
शफीक़ भाई खूबसूरत ज़ौजा या बेहतरीन शरीकेकार मिले कुव्वत बढ़े और दोस्तों की इम्दाद करें।
22. पसली देखना
औरत नौजवान से तअल्लुक़ हो फरहतो ऐश बकसरत हो।
23. पसली में सूराख़ या खून देखना
फरज़न्दे दिलबन्द से हमकिनार हो या ज़ौजा को सदमा पहुँचे।
24. पसली टूटी देखना
अगर बॉये हो तो ज़ौजा या लड़की मरे अगर दाहिनी हो तो माँ या बाप या लड़के का ग़म उठाये।
25. पेशानी ज़ख्मी देखना
अज़ीज़ो अक्रबा से रंज उठाये कद्रे नुकसान माल हो।
26. पेशानी पर वरम देखना
माल दौलत और रिज़्क में वुस्अत हो इज़्जो शरफ व रियासत मे इज़ाफा हो।
27. पेशानी बुलन्द देखना
इक्बाल व मुराद को पहँचे तवल्लुदे फ़रज़न्दशाद हो।
28. पा बरेहना पने को देखना
लोगों के एहसान से बेनियाज़ हो दुश्मन या ज़ौजा मरे
29. पॉओ ज़मीन पर मारना
मुददतों मुसीबत मे गिरफ्तार रहे अगर घुँघरू की आवाज हो बेहूदा गोई से राज़ फाश हो
30. पॉव टुटा देखना
रोज़ी तंग हो कौशिश नाकारा रहे।
31. फेफड़ा हलाल जानवर का देखना
कुशादगिये रिज़्क की नीशानी है
32. पॉव बुलन्द जानीबे काबा या आसमान की तरफ देखना
किसी बड़ी मुसीबत में गिरफ्तार हो सदका दफ़्ए बलियात है।
33. पेट देखना
ग़ैब से मदद मिले फ़रहतो सुरबर का सामना हो।
34. पेट ऑतों से खाली देखना
अइज़्ज़ा से जुदाई हो हुज़्नो मलाल का शिददत से सामना हो।
35. पेट शफ़्फ़ाफ़ देखना
माले दुनिया तलाश से मिले ज़नो फरज़द की ज़मीन बढे।
36. पेट निकलते देखना
बीमार को शिफ़ा मोहताज तवंगर दौलत मन्द का माल तलफ हो।
37. पैखाना मजमए आम करना
कहरे इलिही का सज़ावार हो सदका दफ्ए बलियात है।
38. पैखाना कपड़ो मे करना
ज़ौजा या नौकरानी वग़ैरा पर गुस्सा करे आखिर मे परेशानी हो।
39. पैखाना करना
तहसीले उलूम दीनिया से बाज़ रहो नेक कामों से दुर रहे।
40. पैखाना खाते देखना
नजिस या हराम खाना खाये या माले दुनिया हासिल हो दीन की दौलत फ़रामोश हो।
41. पैखाना मे आलूद होना
ज़्यादा तंख़्वाह वाला औहदा मिले मालो दीनार ज़्यादा हाथ लगे
42. पेशाब से धुँआ सा उठना
हद से ज़्यादा ग़नी मालदार और ओहदेदार बने।
43. पेशाब खून का करना
औरत हामिला देखे तो बच्चा शिकम मे मर जाये मर्द देखे तो बीमारीन और तकलीफ़ मे मुब्तिला हो।
44. पेशाब मेहराब में करना
राहे मुस्तकीम से गुमराह हो उसके फ़रज़न्द को हाकिमियत मिले।
45. पेशाब अपनी जा पर करना
दुर्वशी तवंगरी न ग़म से निजात पाये हालिम माजूल और सौदागर को नुक़्सान हो।
46. पेशाब औरत को करते देखना
शहवत मे इज़ाफा हो।
47. पेशाब कपड़ों मे करना
ग़मगीन ग़म से निजात पाये आज़ादी मिले दुर्वश को तवंगरी मिले कैदी रिह्ई पाये।
48. पनचक्की बेकार देखना
रिज़्को ज़िराअत के दजवाज़े बन्द हो हर कामो कोशिश मों रूकावट हो।
49. पनचक्की बग़ैर पानी के चलते देखना
हाकिम के एताब में आये सख़्ती व अज़ाब आये या किसी मोहलिक मर्ज़ मे फँसे।
50. पनचक्की चलते देखना
वुस्अते रिज़्क मिले जिन्दगी तूलानी हो।
51 पसीना जारी देखना
तवंगरी की अलामत है।
52. पसीना बदन से निकलते देखना
हाजत जल्दीबर आये मालो दौलत ख़ातिर ख़्वाब मिले।
53. पेजामा ज़र्री पहनना यादेखना
अययाश औऱत से वास्ता पड़े बीमार सेसेहत मिले दिले खुश हो।
54. पैराहन पहनना या देखना
माल बहुत पाये ऐशो खुशनसीबी हो।
55. पटका बँधा देखना
कबवतो इज़ज़तपाये हलाल मीरास मिले।
56. पटका खुल जाना
आधी उम्र गुज़रे और अगर पटका ज़मीन परगिर पड़े तो उम्र आखिर को पहुँचे।
57. पोस्तीन पाना पहनना
अगर बकरी का है तो औरत मालदार मिले अगर लोमड़ी का है तो औरत फ़रेब वाली मिले।
58. प्यासा अपने को देखना
उमूर दीन मे फित़ूर हो दुनिया की कसरत हो।
59. पानी नाक से निकलते देखना
फ़रजन्द मिले कर्जा अदा हो ग़मसे ख़लासी हो बीमारी से शिफ़ा हो
60. पानी दरया व चश्मे व तालाब से पीना
हाकिम से इनाम पाये लेकिन क़द्रे मशक्क़त करना पड़े सरदारी हासिल हो और कामेलन मुस्तग़नी हो।
61. पानी नहर से शहर आते देखना
खबने नाहक का ज़हूरहो राहतो आराम में फ़ितूर हो।
62. पानी साफदे देखना
उम्रो दौलत मे तरक़् क़ी ऐर नफ़ा व नअमत में ज़्यादती हो।
63. पानी से सेरराब होना
कामिल छुटकारा और हुकूमत हासिल हो।
64. पानी कुऐ से खीचना. या पानी देखना
इल्मो दौलत नफा मिले जाहो हशमत पाये
65. कुँऐ के पानी से बदन धोना
महनत से निजात हो फ़रहतो खुशी पाये।
66. पानी खारा देखना
फिक्र अन्देशा दामनगीर हो दौलतो इज़्ज़त को ज़वाल आये।
67. पानी गंदा देखना
बदख़स्लत औरत से शादी हो चन्द दिन बाद ख़ानाबरबादी हो।
68. पानी जारी देखना
गुर्बत दूर हो मालो दौलत पाये।
69. प्याले दूध या शराब के देखना
नेक औरत से शादी हो कमाले राहतो आराम नसीब हो।
70।प्याला ख़ाली देखना
तंगदस्ती हो राहतो आराम मकसूद हो।
71. प्याला भरा हुआ देखना
हाजत रवाई हो।
72. प्याले से शरबत या दुध पीना
मुबाशरत में खुशी मिले फ़रजन्द सालेह नसीब हो
73 प्याला देखना
ख़दमा से राहत मिले।
74. पुलाऊ खाना या देखना
माल से मुस्तग़नी हो बीमारी से शिफ़ा मिले।
75. प्याज़ खाना
माले हरामकी निशानी है किसी ऐब या पशेमानी की दलील है।
76पनीर खाना या पाना
फक्रो तरददुत मे पड़ जाये।
77. पिस्ता खाते या मिलते देखना
मोजिबे मसर्तोकामरानी औरनेअमतो लड़्ज़त की निशानी है।
78. पालान देखना
औरत से शादी हो और माले दुनिया मिले।
79. पत्थर फैंकना
इत्तेहाम झूंठ से परेशान हो दौलत सेदुशमनी ज़ाहिर हो
80. पत्थर चक़माक़ से झाड़ना
अगर आग सीने मे लगे माल मिले और आग न लगे किसी चीज़ का फायदा न पहँचे।
81 फलीता सुलगा हुआ देखना
हाकिमे वक्त का दोस्त हो आली कद्र और साहेबे फज़ाएल बने।
82. पान खाना
सरसबिज़ी व सुर्ख़रूई की दलील है।
83. पानी खरीदना या देखना
औरत मिलने की निशानी है मोजिबे ऐश है।
84. पतीली पुरानी क़लईदार देखना
मालदार औरत से निकाह करे. राहत आराम और दौलत मिले।
85. पतीली नई खरीदना
नेक सिरत औरत से निकाह हो मालो असबाब खूब हाथ लगे।
86. पीठ सही न सालिम और क़वी देखना
क़वी वअक़्लमन्द फ़रज़ल्द होया भाई से कुछ माल हासिल हो।
87. पीठ दिवार की जानिब करके बैठना
सफ़र को जाये कद्रे माल हाथ आए।
88. पीठ दुश्मन की देखना
फ़तेहमन्द व कामरानी की दलील है।ख़ौप से अमनो अमान की निशानी है।
89. पीठ शिकस्ता देखना
भाई मरे ग. म घुस्सा खाये (सदका बलियात को दूर करता है)
90. पतंग उड़ते देखना
लहब व लाब ओर तमस्खुर पसन्द आये और झुँठ से एतबार जाये।
91. फूल सुर्ख व सफैद देखना
राहतो आराम और बेहतरी हो या तवल्लुदे फ़रजन्द की खुशी हो।
92. पारा ज़मीन से उठना
माल बेमसरफ़ या बूहक़ीक़त चीज़ हाथ लगे।मक्रोफ़रेब में आरजु
ज़ाया हो जाये।
93. पारा हाथ पर देखना
वादा ख़िलाफ़ मशहुर हो तीनत में तमा व फ़ितूर हो।
94. पालक का साग खाना या देखना
दर्द ग़म की निशानी है नुक्साने माल और परेशानी की दलील है।
95. पहाड़ से गिरना या उतरना
मदारिज़ व तनासुब को ज़वाल आये दौलतो इक़्बल मे कमी हो।
96. पहाड़ पर चढ़ना
हाकिम के यहॉ इज़्ज़त पाये बुलनद मर्तबा हो दुश्मन पर फ़तह पाये।
97. पादना (रीह खारिज करना)
बुरी बात कहने और बदनाम होने के मुतरादिफ़ है।
98. पाज़ेब देखना
औरत के शौहर करने की दलील है।
99. पत्ता
पत्ता देखना अचछा नहीं।
100. पत्ते
दरख्त के ताज़ा पत्ते मिलने या तोड़ने मालो दौलत हासिल करने की दलील है।
101. पठठे जिस्म के पठठे देखना
अहलो अयाल से मतरादिफ़ है
102. पर
अगर कोई शख़् अपने बदन या बाजूऔं पर पर देखे और उनसे उड़ता हुये देखे तो कामयाब सफर करने की दलील है
103. परदा
दरवाज़ो पर परदमो का देखना ग़मों अन्दोह मे मुब्तिला होने का बाएस है।
104. पुराना कपड़ा
ख़्वाब में पुराना कपड़ा बनाना ग़म वरंज मे मुब्तिला होने का बाएस है।
105. पशम
अगर कोई शख़्स पशम अपने पास देखे याकिसी से हासिल करे या ख़रीदे और घरमें लाये हर हालत में मालो दौलत हासिल होने की सबब है।
106. प्लेग
ख़्वाब में प्लेग (ताऊन) देखना जंगो जिदाल और मुसीबत का बाएस है।
107. पिंजरा
ख्वाब में पिंजरा देखना क़ैदखाना तंग जगह और बरदा फ़रोशी से ताबीर है।
108. पल्कें
ख़्वाब में पल्कों का हरकत करते देखना बीमार व नुक्सान में मुब्तला होने की दलील है।
109. पौदीना देखना
ग़मो अन्दोह में मुब्तिला होने के मुतरादिफ़ है
110. फिरकी
चर्खे की फिरकी देखना औरत की मोहब्बत का बाएस है।
111. फन्की
ख़्वाब में फन्की या सूफूफ देखना रंजो ग़म में मुब्तिला होने की दलील है।
112. प्यास
ख़्वाब में प्यास लगना दीन में फसाद बढ़ने का सबब है।
113. पीप
ख़्वाब में पीप देखना मालो मनाल के मुतरादिफ है।
114. फिटकरी
ख़्वाब में फिटकरी देखना रंजो ग़म बिमारी और मुसीबत में मुब्तिला होने का सबब है।
115. फोड़ा
जिस क़दर अपने जिस्म पर फौड़े देखे मालो दौलत जमा करने के मुतरादिफ है
116. फूल
ख़्वाब में फूल देखना फ़रज़न्द दोस्त. कम गिम्मत मर्द कनीज़. गुलाम और ग़ायब से ख़तरा होने के मुतरादिफ है।
117. पैकान (तीर)
अगर ख़्वाब में देखे और हासिल हों तो काम की दुरूसत का बाएस है।
118. पहलवान
अगर बादशाह अपने आपको पहलवान बना देखे तो उसकी कुवतो अज़मत का बाएस है।