हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा हाज शेख नासिर मकारिम शीराज़ी
आयतुल्लाहिल उज़मा शीराज़ी का जन्म सन् 1345 हिजरी क़मरी मे शीराज़ नामक शहर मे हुआ था। उन्होने अपनी प्रारम्भिक व माध्यमिक शिक्षा अपने जन्म स्थान शीराज़ मे प्राप्त की। बाद मे 14 वर्ष की आयु मे दीनी तालीम (धार्मिक शिक्षा) प्राप्त करने के उद्देश्य से शीराज़ के बाबा खान नामक मदरसे मे प्रवेश लिया। चार वर्षों तक वहाँ शिक्षा प्राप्त करने के बाद होज़े इल्मिया क़ुम मे आये तथा यहाँ पर आयतुल्लाहिल उज़मा बरूजर्दी के दर्सों मे सम्मिलित होकर ज्ञान लाभ प्राप्त किया।
सन्1369हिजरी क़मरी मे वह नजफ़े अशरफ़ गये तथा वहाँ पर आयतुल्लाहिल उज़मा हकीम, आयतुल्लाहिल उज़मा खुई, आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यिद अब्दुल हादी शीराज़ी की सेवा मे रहकर अपने ज्ञान मे वृद्धि की।सन् 1370 हिजरी क़मरी के शाबान मास मे वह ईरान वापस आये तथा यहाँ पर उच्चतर स्तर पर शिक्षण करने के बाद फ़िक़्ह व उसूल का दर्से खारिज कहने मे व्यस्त हो गये।
उन्होने क़ुम मे मदरसा-ए-अमीरूल मोमिनीन, मदरसा-ए- इमाम हसन मुजतबा व मदरसा-ए- इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की स्थापना भी की।
आयतुल्लाहिल उज़मा मकारिम शीराज़ी की रचनाऐं
आयतुल्लाहिल उज़मा नासिर मकारिम शीराज़ी ने वैसे तो बहुतसी किताबें लिखी हैं।परन्तु यहाँ पर उनकी मुख्यः किताबो के ही नाम प्रस्तुत किये जारहे हैं।जो इस प्रकार हैं----
1-अनवारूल उसूल
2-अनवारूल फ़ुक़्हा
3-तफ़्सीरे नमूना
4-तालीक़ात उरवातुल वुस्क़ा
5-रिसाला तौज़ीहुल मसाइल
6-मनासिके हज
7-मनासिके उमरा
8-मुदीरियत व फ़रमानदही दर इस्लाम
9-ज़ुबदातुल अहकाम
10-मजमुआ ए इस्तफ़्ताते जदीद