फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
मोमिनो खुशियॉ मनाओ अपना रहबर आ गया
इन्नमा की ले के मोहरे इस्मते परवरदिगार
मुत्तलिब का पोता और ज़हरा का शौहर आ गया
अज़दहे को चीरने, खैबर के दर को तोड़ने
खाना ए रब्बे जली मे आज हैदर आ गया
साहबे नहजुल बलाग़ा, वारीसे इल्मे नबी
इल्म के दर खोलने देखो सुख़नवर आ गया
खाना ए काबा पूछा, बोल तू क्यू खुश हुआ
बोला काबा आज शेरे रब्बे अकबर आ गया
अम्र इब्ने अब्देवुद मैदान से रूख़ मोड़ ले
कुल्ले ईमॉ की सनद लेकर दिलावर आ गया
जंग का पासा पलट जाता था सुन कर बात
लोग जब कहते थे आक़ाए अबुज़र आ गया
हैं बहुत मसरूर सुन कर ये खबर हुरो मलक
तोड़ने लातो हुबल नफ्से पयम्बर आ गया
क़ुरआ अन्दाज़ी हुई जन्नत मे जाने के लिए
खुश नसीबी देखीये मीसम का नंबर आ गया