रसूले अकरम(स)
मैराजे पैग़म्बर
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद मौहम्मद मीसम नक़वी
शिया और सुन्नी दोनो की अहादीसे मुतावातिरा मे आया है की रसूले अकरम स.अ.व.व. की मैराज जिस्मानी थी न कि रुहानी।
पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद (स.अ:व:व) का जीवन परिचय
- में प्रकाशित
हज़रत पैगम्बर बचपन से ही दूसरे बच्चों से भिन्न थे। उनकी आयु के अन्य बच्चे गदें रहते, उनकी आँखों मे गन्दगी भरी रहती तथा बाल उलझे रहते थे। परन्तु पैगम्बर बचपन मे ही व्यस्कों की भाँति अपने को स्वच्छ रखते थे।
हदीसे रसूल (स.) और परवरिश
- में प्रकाशित
ऐ अली! ख़ुदा लानत करे उन माँ-बाप पर जो अपने बच्चे की ऐसी बुरी परवरिश करें कि जिस की वजह से आक करने की नौबत आ पहुँचे।"
पैग़म्बर (स) की सीरत के जलते चराग़
- में प्रकाशित
मैं उसको पसन्द नहीं करता कि जिस इंसान को मौत आ जाऐ और वह रसूल (स.) की सीरत पर अमल न
पैग़म्बरे इस्लाम की बेसत
- में प्रकाशित
जब हज़रत ख़दीजा ने घर का द्वार खोला तो उन्हें पैग़म्बरे इस्लाम की काली व तेज भरी आखों में विशेष चमक दिखायी दी।
बेअसते रसूले इस्लाम
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
कि दोशम्बे को रसूले ख़ुदा (स अ व व) मबऊसे रिसालत हुए हैं
जंगे ख़ैबर
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
ख़ैबर मदीनए मुनव्वरा से तक़रीबन 50 मील के फ़ासले पर यहूदियों की बस्ती थी। इसके बाशिन्दे यूंही इस्लाम के ऊरूज व इक़बाल से जल भुन रहे थे..........
रसूले अकरम के आखरी जुमले
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
- स्रोत:
- इस्लाम 14
पूरे मदीने को अफ़रा तफ़री और घबराहट का महौल घेरे हुए था, पैग़म्बर (स) के साथी आँसुओं भरी आँखों, दुखी दिलों और परेशानी के साथ पैग़म्बर (स) के घर के आस पास जमा थे, ताकि किसी प्रकार पैग़म्बर (स) के स्वास्थ के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें, हर थोड़ी देर के बाद घर से कुछ सूचनाएं आ रही थीं, जो पैग़म्बर (स) के बिगड़ते स्वास्थ को बयान कर रही थीं, और सबको बता रहीं थी कि पैग़म्बर (स) के पवित्र जीवन के कुछ पल ही इस संसार में बाक़ी रह गए हैं। .
पैग़म्बर का स्वर्गवास
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- नजमुल हसन कर्रारवी साहब
- स्रोत:
- चोदह सितारे
हुज़ूर रसूल करीम (स.अ.) ने बतारीख़ 28 सफ़र 11 हिजरी योमे दोशम्बा ब वक्ते दो पहर खि़लअते हयात उतार दिया।
रसूले इस्लाम स. का परिचय
- में प्रकाशित
दो बार सीरिया का ऐतिहासिक सफ़र किया है; एक बार बारह साल की उम्र में और एक बार
जंगे ओहद
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
जंगे बद्र का बदला लेने के लिये अबू सुफ़ियान ने तीन हज़ार ( 3000) की फ़ौज से मदीने पर चढ़ाई की.......
जंगे ख़न्दक़
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्ररारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
5 हिजरी में वाक़े हुई। इसकी तफ़सील के मुताल्लिक़ अरबाबे तवारीख़ लिखते हैं कि मदीने से निकाले हुए बनी नुज़ैर के यहूदी जो ख़ैबर में ....
सुलैह हुदैबिया
- में प्रकाशित
आं हज़रत (स अ व व ) हज के इरादे से मक्के की तरफ़ चले , कु़रैश को ख़बर हुई तो जाने से रोका, हज़रत एक कुएं पर जिसका हुदैबिया नाम था रूक गए
पैग़म्बरे इस्लाम के ख़ानदानी हालात
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा (स अ व व ) हज़रत इब्राहीम (स अ व व ) की नस्ल से थे ..............................
जंगे बद्र
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- मौलाना नजमुल हसन कर्रारवी
- स्रोत:
- चौदह सितारे
मदीने में ख़बर पहुँची कि क़ुरैश बड़ी आमादगी के साथ मदीने पर हमला करने वाले हैं और सुन्ने में आया कि अबू सुफ़ियान .........
स्वच्छता
- में प्रकाशित
हाथी दाँत का बना कंघा सुरमेदानी कैंची आईना व मिस्वाक उनके यात्रा के सामान मे सम्मिलित रहते
रसूले इस्लाम स. की ज़िन्दगी से कुछ पाठ (1)
- में प्रकाशित
उनका एक काम शिक्षा देना भी था लेकिन एक काम उससे बड़ा, कठिन और प्रभाव शाली है, वह है अपने अमल से दूसरों को सही रास्ता दिखाना, ख़ुद मैदान में उतरना,
आज यह आवश्यक है की आदरनीय पैगम्बर मुहम्मद साहिब के सही किरदार को पेश किया जाए.
- में प्रकाशित
जब आपकी आयु 25 वर्ष की हुई तो अरब की एक धनी व्यापारी महिला जिनका नाम खदीजा था उन्होने पैगम्बर के सम्मुख विवाह का प्रस्ताव रखा
वसीयत लिखने का हुक्म
- में प्रकाशित
जब पैग़म्बरे अकरम (स) ने देख लिया कि लोगों को लश्करे ओसामा के साथ मदीने से बाहर भेजने की तदबीर नाकाम हो गई तो आपने तय किया कि