तौहीद
ख़ुदा की याद हर मुश्किल का हल
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- अली अब्बास
इंसान अपने वुजूद को ख़ुदा के सामने महसूस करे तो उसे लगेगा कि यह तमाम मसायब ख़ुदा वंदे आलम की तरफ़ से उस की तरक़्क़ी के लिये उस पर नाज़िल हुए हैं
ईश्वर के तुलनात्मक गुण
- में प्रकाशित
तुलनात्मक गुण, उन गुणों को कहते हैं जो ईश्वर और मनुष्य के मध्य एक विशेष प्रकार के संपर्क को ध्यान में रखकर ईश्वर से विशेष किये जाएं उदाहरणस्वरुप सृष्टिकर्ता।
ईश्वर के एक होने का प्रमाण
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी
- स्रोत:
- इस्लाम के मूल सिध्दांत
पैगम्बरें इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम तथा उनके वंश के इमामो को सृष्टि मे जो अधिकार प्राप्त थे वह र्इश्वर की अनुमति से और उस के द्वारा दिए गए थे और वे उन मे स्वाधीनता के साथ प्रभाव नही डाल सकते थे इसी लिए उनके इस अधिकार को मानने और र्इश्वर को एक मानने मे कोर्इ विरोधाभास नही है।
कारक और ईश्वर
- में प्रकाशित
पश्चिमी बुद्धिजीवी ईश्वर के अस्तित्व की इस दलील पर कि हर वस्तु के लिए एक कारक और बनाने वाला होना चाहिए यह आपत्ति भी करते हैं कि यदि यह सिदान्त सर्वव्यापी है अर्थात हर अस्तित्व के लिए एक कारक का होना हर दशा में आवश्यक है
ईश्वर के बारे में सकारात्मक विचार के सुपरिणाम
- में प्रकाशित
ईश्वर की याद के समय मनुष्य का हृदय उस आईने की भंति होता है कि जो सूर्य की किरणों के सामने रखा हो
सृष्टिकर्ता अनिवार्य है।
- में प्रकाशित
प्राचीन काल से ही मनुष्य के मन में यह प्रश्न उठता रहा है कि सृष्टि का आरंभ कब हुआ, कैसे हुआ, क्या यह संभव है कि मनुष्य कभी यह समझ सके कि चाँद, सितारे, आकाशगंगाएं, पुच्छलतारे, पृथ्वी, पर्वत, उसकी ऊँची ऊँची चोटियाँ, जंगल, कीड़े-
ईश्वर और उसका ज्ञान
- में प्रकाशित
हमने ईश्वरीय दूतों की उपस्थिति की आवश्यकता और उस पर कुछ शंकाओं पर चर्चा की किंतु जब हम यह कहते हैं कि मानव ज्ञान सीमित है और मनुष्य केवल अपने ज्ञान के बल पर ही ईश्वरीय अर्थों की पूर्ण रूप से जानकारी प्राप्त नहीं कर सकता और उसके लिए ईश्वरीय संदेश आवश्यक है तो