अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

जो शख्स शहे दी का अज़ादार नही है

3 सारे वोट 05.0 / 5

क़सीदा

जो शख्स शहे दी का अज़ादार नही है

वो जन्नतो कौसर का भी हक़दार नही है।


जिसने न किया खाके शिफा पर कभी सजदा

सच पूछीये वो दीं का वफादार नही है।


ये जश्ने विला शाहे शहीदां से है मनसूब

एक लम्हा किसी का यहा बेकार नही है।


जो खर्च न करता हो अज़ाऐ शहे दी मे

वो शाहे शहीदां का तरफदार नही है।


आशूर की शब क़िस्मते हुर ने कहा हुर से

अब जाग के शब्बीर सा सरदार नही है।


इज़्ज़त से जियो और मरो शह ने कहा है

ज़िल्लत को जो अपनाऐ वो खुद्दार नही है।


बिदअत जो अज़ाए शहे वाला को बताऐ

सब कुछ है मगर साहिबे किरदार नही है।


हक़ मिदहते मौला का भला कैसे अदा हो

हर शख्स यहाँ मीसमे तम्मार नही है।

आपका कमेंन्टस

यूज़र कमेंन्टस

Adnan:Rizvi
2019-05-03 04:25:47
G.d,a
Kousar mehdi:Syed zaidi
2019-04-08 23:11:03
Delhi
syed imtiyaz hhmad chand S/O syed zahid hhssain vill.rasoolpur post sadapur vaya salmari dist katihar bihar:
2015-04-08 21:21:52

hum ko deene book chava

*
*

अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क