इस्लाम व विज्ञान
अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क इस हिस्से मे लिखी हुई साइंसी तहक़ीकात की ज़िम्मेदारी नही लेता है।
होंठों के बारे में साइंसी तहक़ीक
- में प्रकाशित
होंठों के बारे में जो भी तहकीक़ात मिलती हैं, उनमें हमारे इमामों का अहम रोल नज़र आता है।
कैसे आते हैं ज़लज़ले
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर जैदी
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- hamarianjuman.blogspot.in
अगर हम इस्लामिक थ्योरी पर आयें तो यहां पर ज़लज़ले के बारे में ऐसी थ्योरी देखने को मिलती है जो साइंटिफिक थ्योरी से पूरी तरह मैच कर जाती है।
क्रियेटर और क्रियेशन - 3 (एलीमेन्ट्स)
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
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इस बात का सुबूत देते हुए कि खालिके कायनात ने कोई चीज बेवजह नहीं खल्क की है।
इस्लाम ने ही पेश की महाद्वीपों के एक होने की थ्योरी
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
ये हदीसें ऐसे हैरतअंगेज़ इन्किशाफ कर रही हैं जिनकी हकीकत मौजूदा साइंस से ही समझ में आती है।
सूरज ग्रहण के फायदे और नुकसान
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
- स्रोत:
- http://hamarianjuman.blogspot.in
कोई नहीं जानता कि ये सूरज ग्रहण रहमत के लिये हुआ है या अज़ाब के लिये।
रेगिस्तान कैसे बने?
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
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इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम के जुमलों से यह साफ हो जाता है कि नजफ और उस जैसे दूसरे रेगिस्तान जहाँ मौजूद हैं वहाँ पहले ऊंचे पहाड़ मौजूद थे।
चीटियों के बारे में हैरतअंगेज़ इन्किशाफ
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
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- http://hamarianjuman.blogspot.in
चीटियों के बारे में तमामतर रिसर्च का निचोड़ बारह सौ साल पहले के इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम के कुछ जुमलों में सिमटा हुआ है,
कैसे करते हैं जानवर शिकार?
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
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- http://hamarianjuman.blogspot.in
यकीनन इस्लाम एक साइंटिफिक मज़हब है, वरना इसके उस्ताद हरगिज़ इस तरह की साइंटिफिक खोजों को दुनिया के सामने न रखते।
क्रियेटर और क्रियेशन -1(एटम)
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
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- http://hamarianjuman.blogspot.in
कहते हैं कि अगर खालिक को समझना है तो उसकी बनायी तख्लीक को समझो।
क्रियेटर और क्रियेशन - 2 (न्यूक्लियस)
- में प्रकाशित
क्योंकि अल्लाह की कुदरत ने इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन सभी के लिए मुनासिब सूरतें तैयार कर दी हैं।
क्या ज़मीन बिछौने की तरह है?
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
इमाम ज़ैनुलआबिदीन अलैहिस्सलाम ने इरशादे इलाही के बारे में फरमाया ‘‘जिस ने तुम्हारे लिये ज़मीन को बिछौना बनाया
सात आसमानों की हक़ीक़त
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- ज़ीशान हैदर ज़ैदी
अगर ज़मीन के आसमान की बात की जाये तो पूछने वाले का मतलब वायुमंडल से था जो ज़मीन के ऊपर हर तरफ मौजूद है।
सितारों के बारे में इस्लामी थ्योरी
- में प्रकाशित
'इस तरह तो हम मौत के बाद जिंदा होने के बाद उन सितारों में से किसी एक में जिंदगी गुज़ारेंगे जिन्हें हम रातों को देखते हैं।"
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