अलहसनैन इस्लामी नेटवर्क

क़्यामत व आख़ेरत की धरती

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क़्यामत एक ऐसी चीज़ है किः समस्त प्रकार ज़मीन व धरती आसमान दर्हम-बर्हम व बिगड़ जाने के बाद समस्त मुर्दे इंसान हर एक अपनी अपनी क़ब्र से ज़िन्दा होगें. और हर एक जगह जमा होगें. व अल्लाह के एक अज़ीम हाई कोट में उपस्थित होगें और उस हाई कोट की मिअर पैग़म्बाराने ईलाही, इमाम मासूमीन (अ) व नेक व सदाचार काम करने वालें व्य्कती होगें, और हर आदमी का कृत्य कर्मों का आमाल नामे का ख़ाता उस के हाथ में दिया जायेगा।

 

और सभी का अमल नामा का गवाही सभी का अमल ही बतायेगा। सार के तौर पर जो व्यक्ति धरती में अच्छा अमल किये होंगे वह विजय प्राप्त होगें और जो व्यक्ति धरती में दुष्चरीत्र और बद अमल किये होंगे वह समस्या व मोसीबतों में गिरफ्तार होगें.....

इस कथा से स्पष्ट होता है कि हमें धरती में कौन सा काम करना चाहिए, या कौन सा काम नहीं करना चाहिए हमारे लिए उचित यह है कि आपने को उस दिन के लिए तैयार करना और अपनी शक्ति भर अच्छे काम करना ताकि उस दिन किसी प्रकार के समस्या या गिरफ्तार में फँस न जायें।

क्योंकि क़्यामत अनंत जीवन के लिए है और उस से छुटकारा पाने का कोई रास्ता नहीं है और वह अज़ाब हर समय व अतंत जीवन के लिए निर्धारित है...

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