क़यामत
आलमे बरज़ख़ के बारे में चन्द सवालात
- में प्रकाशित
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- लेखक:
- शहीदे महराब आयतुल्लाह दस्तग़ैब शीराज़ी
- स्रोत:
- आलमे बरज़ख
चूँकि अभी तुम आलमे दुनिया में हो लिहाज़ा मिसाल के तौर पर यही बताया जा सकता है कि जिस तरह तुम किसी कोहिस्तान में एक दर्रे के अन्दर हो और उसके चारों तरफ़ इतने बलन्द पहाड़ हों कि कोई शख़्स उन पर चढ़ने की ताक़त न रखता हो और इस आलम में एक भेड़िया तुम पर हमला करदे जिस से फ़रार कोई रास्ता न हो
बरज़ख़ क्या हैं?
- में प्रकाशित
बरज़ख़ जन्नत के बाग़ों में से एक बाग़ या फिर जहन्नम की आग का एक हिस्सा है।
मौत क्यो पसंद नही है।
- में प्रकाशित
इसकी एक वजह ये होती है कि बाज लोग अपनी ज़िन्दगी मे मालो दौलत जमा करते है और इस से बहुत ज़्यादा लगाव पैदा कर लेते है। ऐसे लोग इस हद तक अपने माल से मौहब्बत करने लगते है कि फिर उनके दिल मे पाई जाने वाली दुनिया के माल की हवस से जान छुड़ाना मुश्किल हो जाता है।
प्रलय है क्या?
- में प्रकाशित
प्रलय उस दिन को कहते हैं जिस दिन लोगों के कर्मों का हिसाब होगा और कर्म के अनुसार दंड या पुरस्कार दिया जाएगा किंतु इसके लिए एक विषय पर चर्चा आवश्यक है।
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